मैं इस न्यूज़ की मह्तवता को समझने की कौशिश कर रहा हूँ| और एक डॉक्टर होने के नाते मैं क्या समझा हूँ, वही आपसे शेयर कर रहा हूँ| तो सबसे पहले हल्का सा इस न्यूज़ के बारे में ही बात कर लेते हैं ताकि आप और मैं एक ही पेज पर आ जाएँ|

पिछले साल दिसम्बर में कनाडा ने 16 साल से ऊपर के लोगो में कोविड वैक्सीन की परमिशन दी थी| उसके बाद Pfizer-Biotech’s की वैक्सीन का थर्ड फेज ट्रायल किया गया 2260 किशोरों (12 से 15 साल) में और उसके रिजल्ट बहुत ही उत्साहवर्धक निकले| कनाडा की हेल्थ मिनिस्ट्री की सीनियर एडवाइजर  सुप्रिया शर्मा ने बताया कि इन तथ्यों के आधार पर इस वैक्सीन को लगाने की परमिशन दी जा रही है| इसका टोटल डोज़ शेड्यूल 2 डोज का होगा और इसके कोई विशेष साइड इफ़ेक्ट भी नहीं है| सबसे ज्यादा होने वाले साइड की बात करें तो थोड़े समय के लिए बाजू में दर्द, ठण्ड लगना और हल्का बुखार से ज्यादा कुछ नहीं है| (जो कि आप सब जानते हैं कि उतने ही है, जितने छोटे बच्चे के टीके लगने पर होता है|)

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अब आइये अपनी बात करते हैं|

  1. यार! हमारी नेक्स्ट जनरेशन पर इस महामारी का बहुत बूरा प्रभाव पड़ रहा है| क्या परभाव पड़ रहा है, उसको बताने की जरुरत नहीं है शायद| जितना जल्दी बच्चे अपनी रूटीन लाइफ में जायेगे उतना ही बेहतर| उतना ही जल्दी स्कूल, कोचिंग जा सकेंगे और अपने भविष्य की तैयारी कर सकेंगे|
  2. अभी तक कोविड बच्चों में कोई सीरियस लक्षण नहीं पैदा कर रहा है| या यूँ कहिये कि अभी तक तो ना के बराबर ही कुछ हो रहा है| लेकिन ये इन्फेक्शन बच्चों के ज़रिये दुसरे लोगों तक फ़ैल सकता है| जिनमे ये खतरनाक रूप ले सकता है| इसलिए जितने ज्यादा से ज्यादा उन लोगो का आपस में सम्पर्क होगा जो इम्यून है, उतना ही इसका फैलने का चांस कम होगा|
  3. यु एस में हुई ट्रायल में तो 12 से 15 साल के बच्चों में तो बाकी उम्र के लोगो के मुकाबले ये वैक्सीन ज्यादा बेहतरीन पायी गयी (100% efficacy रिपोर्ट हुई है)|
  4. वैक्सीन के पहले दो चरणों में हेल्थ वर्कर्स और बुजुर्गों तथा पुरानी बिमारी वाले लोगों को कवर किया गया है| अब आप नोटिस कर रहे होंगे कि ज्यादा जवान लोग बीमार हो रहे हैं, इस दूसरी लहर में| क्योंकि वायरस तो उन्ही को ज्यादा नुक्सान पहुंचा सकता है, जो इम्यून नहीं है|

अब चूँकि 18 से ऊपर वाले लोगों को वैक्सीन शुरू हो गयी है| इसलिए उसके बाद 18 से नीचे कि उम्र वाले बच्चे में ही वायरस इन्फेक्शन कर सकता है| अभी तक तो वायरस इनमे जयादा लक्षण नहीं पैदा कर रहा है| लेकिन अगर तीसरी लहर में वायरस इनमे जयादा लक्षण पैदा करने लग गया तो……………………………………………….?

इसका उल्टा भी हो सकता है कि कुछ भी ना करें, बल्कि अब वाले से भी हल्का हो जाए| क्योंकि आर एन ए वायरस है और अपने रूप को बदलने के लिए जाना जाता है|(अब आप खुद देखिये कि वायरस खुद हिंट दे रहा है और इसलिए कनाडा के बाद बाकी देश भी इसके बारे में सोचेंगे|)

बस यही समझ बनी अभी तक, कुछ बदलाव होगा तो इस ब्लॉग को अपडेट जरुर करूँगा| तब तक यही कहूँगा कि अगर आपको मेरा ओपिनियन पसंद आया हो तो प्लीज दुसरे लोगों तक शेयर करने के बारे में सोचे| ताकि वैक्सीन आने से पहले ही कुछ लोग आपको वैक्सीन के खिलाफ ना भड़का पाए| या यूँ कहिये कि आप सही निर्णय ले सके| जिसको अंग्रेजी में बोलते हैं- EVIDENCE BASED WELL INFORMED DECISION.

धन्यवाद

REFERENCES

1.https://www.pfizer.com/news/press-release/press-release-detail/pfizer-biontech-announce-positive-topline-results-pivotal

Image Courtesy: pixabay.com