“अगर आप स्वस्थ हैं और COVID-19 Vaccine लगवाना चाहते हैं, तो आप “को-विन (Co-WIN)” एप पर जाकर रजिस्टर कीजिये, अपॉइंटमेंट लीजिये और जाकर COVID Vaccine लगवा लीजिये|
लेकिन अगर आप किसी तरह के cancer से लड़ रहे हैं, या कीमोथेरेपी के साइड इफ़ेक्ट से जूझ रहे हैं या कैंसर की सर्जरी होने वाली है, तो आपके और आपके परिवार के मन में ये सवाल दौड़ लगा रहा होगा कि “क्या इस सिचुएशन में COVID-19 Vaccine लगवाना ठीक रहेगा?”
इसी सवाल का जवाब आपको इस ब्लॉग में मिलेगा कि कैंसर के पेशेंट्स को कोविड वैक्सीन लगवाना चाहिए या नहीं और अगर लगवाना है, तो कब लगवाना चाहिए? और क्या सावधानियां लेनी चाहिए?
COVID Vaccine कोरोना के खिलाफ एक बहुत ही कारगर हथियार है, जो आपके शरीर में एंटीबाडी बनाता है | यह आपको सीरियस और जानलेवा कोरोना से बचाएगा| क्योंकि कैंसर के मरीजों में पहले से ही इम्युनिटी उतनी सशक्त नहीं होती है, इसलिए इनमे कोरोना का इन्फेक्शन होने का और सीरियस कोरोना होने का ख़तरा ज्यादा होता है|
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Cancer के मरीजों में COVID Vaccine लेने में क्या परेशानी हैं?
सिर्फ कैंसर होना ही एक प्रॉब्लम नहीं है COVID-19 Vaccine लेने में, बल्कि कैंसर में और कई दिक्कतें हैं, जो वैक्सीन ले या ना लें के असमंजस को बढ़ा देता है|
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी ने बहुत ही पारदर्शिता के साथ यह कहा है कि, COVID-19 Vaccine के जितने भी शुरूआती ट्रायल हुए हैं, वो स्वस्थ लोगों में हुए हैं| इसलिए सभी वैक्सीन की जितनी प्रोटेक्शन बताई जा रही है, जरुरी नहीं की कैंसर के मरीजों में भी उतनी ही प्रभावी हो|
कैंसर कोई एक बिमारी नहीं है| अलग-अलग तरह के कैंसर हैं, उनके लिए किसी की सर्जरी हुई है या किसी की कीमोथेरेपी चल रही है, तो किसी को रेडियोथेरेपी की जरुरत है| बहुत सारे लोग कैंसर से लड़ाई जीत कर कैंसर विजेता (Cancer Survivor) बने हैं| किसी का हाल-फिलहाल में ब्लड कैंसर कन्फर्म हुआ है| इसलिए यह कहना कि एक नियम सभी कैंसर मरीजों में लगेगा, पूरी तरह से सही नहीं होगा| इन्ही कारणों की वजह से इस सवाल के जवाब को पूरी क्लैरिटी के साथ समझना बहुत जरुरी है|
इन सब के बावजूद दुनिया भर के कैंसर एक्सपर्ट और संस्थाएं कैंसर मरीजों को कोविड वैक्सीन देने के पक्ष में है| उनका मानना है कि इस महामारी के समय में अगर वैक्सीन से थोड़ी कम इम्युनिटी भी मिलेगी, तो कुछ सुरक्षा तो कैंसर पेशेंट्स को मिलेगी|
आगे बढ़ने से पहले मैं इसका क्रिस्टल- क्लियर जवाब देना चाहूँगा, ताकि अगर आप आखिर तक इस ब्लॉग को ना पढ़ पाओ, तब भी आपको यहाँ तक पढने का कुछ फायदा तो हो ..
“हर एक कैंसर पेशेंट को COVID-19 Vaccine लगवानी ही चाहिए| कब लगवानी चाहिए?
उसके लिए सबसे बेस्ट आपका डॉक्टर है जो आपका इलाज कर रहे हैं”
अब आगे हम अलग-अलग कैंसर के अनुसार कुछ ख़ास सवालों के जवाब देंगे|
अगर आप कीमोथेरेपी ले रहे हैं या रेडियोथेरेपी चल रही है|
कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी के बाद आपके शरीर की सफेद रक्त कौशिकायें (WBC) और प्लेटलेट की संख्या कुछ समय के लिए कम हो जाती हैं क्योंकि कीमोथेरेपी आपकी इम्युनिटी को प्रभावित करती है| वैक्सीन लेने के बाद एक दो दिन तक बुखार हो सकता है| इस सिचुएशन में हमारी सफेद रक्त कौशिकायें और प्लेटलेट सही मात्रा में होना जरुरी है| इसलिए आखिरी कीमोथेरेपी सेशन के बाद आपको एक हफ्ते का गैप देना चाहिए| सबसे बेहतर होगा अगर वैक्सीन लेने से पहले आप अपना हेमोग्राम (Hemogram) चेक करवा लें|
अगर आपकी ब्रैस्ट कैंसर की सर्जरी हो चुकी है|
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इनमे सबसे जरुरी बात होती है कि कौन सी बाजू में COVID-19 Vaccine लगवाना है? अगर आपकी लेफ्ट साइड की ब्रेस्ट रिमूव की गयी थी, तो आपको इंजेक्शन राईट साइड की बाजू में लगेगा| ठीक वैसे ही अगर राईट साइड की ब्रैस्ट रिमूव हुई थी तो इंजेक्शन लेफ्ट साइड लगेगा|
और अगर दोनों ही साइड की ब्रैस्ट निकालनी पड़ी थी, तो आपको बाजुओं में इंजेक्शन नहीं लगवाना है| आप अपनी थाई(जाँघों में) या हिप में(कुल्हे में लगवा सकते हैं)| इसलिए वैक्सीन लगवाते समय बेझिझक इस बात को डिस्कस कीजिये| ये जरुरी और फायदेमंद है आपके अपने लिए|
ऐसा क्यूँ:
- बहुत बार COVID-19 Vaccine के इम्यून प्रतिक्रिया के चलते, जिस बाजू इंजेक्शन लगता है उस साइड कांख (Armpit) के लिम्फ नोड का साइज़ बढ़ जाता है| और ये अपने आप में कन्फ्यूजन कर सकता है कि कहीं कैंसर फैल तो नहीं गया है, क्योंकि उसमे भी इनका आकर बढ़ जाता है|
- अगर आपका मैमोग्राफी टेस्ट होना है, तो ये लिम्फ नोड आपकी रिपोर्ट को भी प्रभावित कर सकती है| इसलिए अगर आपको वैक्सीन लगवाने के बाद मैमोग्राफी करवाने की जरुरत पड़ रही है, तो अपने डॉक्टर को वैक्सीन के बारे में जरुर बताएं|
अगर आपकी सर्जरी हो चुकी है|
कैंसर सर्जरी ही नहीं बल्कि किसी भी तरह की सर्जरी अपने आप में हमारे इम्यून सिस्टम पर बोझ डालती है| ये बोझ कैंसर सर्जरी में थोड़ा ज्यादा बढ़ जाता है| इसलिए सर्जरी के बाद आपको कम से कम 7-10 दिन तक इंतज़ार करना चाहिए| हो सकता है, आपका सर्जन आपको थोड़ा ज्यादा रूकने के लिए कहें, क्योंकि आपकी सर्जरी कितनी बड़ी थी, वो ज्यादा जानते हैं|
ऐसा क्यों
क्योंकि अगर आपने सर्जरी के बाद COVID-19 Vaccine ली तो साइड इफ़ेक्ट के रूप में आपको बुखार आ सकता है| और ये समझने में परेशानी हो सकती है कि बुखार वैक्सीन की वजह से है या सर्जरी में कोई कोम्प्लीकेसन हो गयी है|
अगर आपकी सर्जरी होनी है, तो डॉक्टर से डिस्कस कीजिये कि वैक्सीन कब लेनी चाहिए| पहले या बाद में| क्योंकि COVID-19 Vaccine के बाद आने वाले फीवर की वजह से आपकी सर्जरी स्थगित भी हो सकती है|
ल्युकिमिया (ब्लड कैंसर) के मरीजों को क्या करना चाहिए?
इन मरीजों को ज्यादा सावधान रहने की जरुरत है,क्योंकि इम्यून सिस्टम पहले से ही बहुत प्रेशर में होता है| इसलिए अगर आप इंडक्शन फेज में है और आपका ट्रीटमेंट चल रहा है, तो आप तब तक वैक्सीन के बारे में मत सोचिये| जब इंडक्शन फेज पूरा हो जाए और उसके बाद जब आपकी सफेद रक्त कौशिकायें सामान्य स्तर पर आ जाएँ तो उसके बाद COVID-19 Vaccine के बारे में प्लान करना चाहिए|
क्या कैंसर विजेता (Cancer Survivor) को कोविड वैक्सीन लेना चाहिए?
क्योंकि ज्यादातर कैंसर ज्यादा उम्र में होता है और कैंसर से रिकवर करने के बावजूद भी आपको महामारी के समय में इन्फेक्शन का खतरा बाकी लोगों के मुकाबले ज्यादा रहेगा| इसलिए वैक्सीन जरुर लेना चाहिए| अगर मेरी अपनी व्यक्तिगत राय माने तो cancer survivors को प्रमुखता श्रेणी में रखना चाहिए|
सॉरी! थोड़ी ज्यादा ही हिंदी हो गयी| मैं इनको priority देने की बात कर रहा था|
क्या स्टेम सेल ट्रांसप्लांट/इम्मुनोसुप्प्रेसिव थेरेपी/कार्ट सेल थेरेपी/ऑर्गन ट्रांसप्लांट वाले लोग कोविड-19 वैक्सीन कब ले सकते हैं?
इन थेरेपी के पूरा होने के बाद आपको कम से कम 90 दिन यानी 3 महीने तक वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए| और तीन महीने के बाद सही से चेक अप करवाने के बाद और आपके डॉक्टर की तरफ से हरी झंडी के बाद ही वैक्सीन लगवानी चाहिए| इम्मुनोथेरेपी वाले मरीजों में वैक्सीन लेने में वैसे तो दिक्कत नहीं है| लेकिन आपकी क्या थेरेपी चल रही है, उसके हिसाब से अपने डॉक्टर से इस बारे में चर्चा कीजिये|
कोवक्सिन के निर्माताओं ने भी अपनी वैक्सीन की फैक्ट शीट में कहा है कि इम्मुनोसुप्प्रेसिव थेरेपी के मरीजों में ये शायद पूरा रेस्पोंस पैदा ना कर पाएं| क्योंकि ये किल्ड वैक्सीन है, इसलिए इसका कोई बूरा प्रभाव भी नहीं पड़ना चाहिए| कोविशील्ड ने इस बारे में कुछ नहीं कहा है|
इन दोनों ने ही कैंसर के मरीजों के बारे में कुछ नहीं जारी किया है| इसके अलावा उस लिस्ट में कैंसर मरीजों का जिक्र नहीं है, जिसमे उनके बारे में बताया है जिनको वैक्सीन नहीं दे सकते हैं|
अगर कैंसर के मरीज को कोरोना का इन्फेक्शन हो चूका है और रिकवर भी हो चुके हैं|
सबसे पहले तो आपको बधाई हो ये जंग जीतने के लिए| रिकवर होने के बाद आपको 4 से 6 हफ्ते तक इंतज़ार करना चाहिए|
क्या कैंसर मरीज का ध्यान रखने वालों (Care Giver) को वैक्सीन लेना ठीक है?
कुछ वैक्सीन खासतौर से लाइव वैक्सीन केयर गिवर को देने से पहले काफी ध्यान देने की जरुरत होती है| नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट,बेथेस्डा(अमेरिका) के अनुसार care giver को कोविड वैक्सीन लेना जरुरी है| क्योंकि ये इन्फेक्शन बहुत आसानी से ट्रांसमिट हो सकती है, और कैंसर मरीजों में जानलेवा हो सकती है|
लेकिन जरुरी नहीं है कि वैक्सीन के बाद इन्फेक्शन होगा ही नहीं| इन्फेक्शन भी हो सकता है और ट्रांसमिट भी कर सकता है| इसलिए सबसे ज्यादा जरुरी है कि मरीज और ध्यान रखने वाले, दोनों ही मास्क,डिस्टेंस और हैण्ड वाश करने वाली जरुरी बातों को नज़रअंदाज ना करें| पेशेंट के रूम में वेंटिलेशन को ख़ास जगह देनी चाहिए|
अगर आप यहाँ तक पहुंचे हो तो मैं आपसे रिक्वेस्ट करना चाहूँगा कि इसको किसी से शेयर करके किसी की मदद करने की मेरी भावना को थोडा सपोर्ट कर दीजिये|
धन्यवाद
रिफरेन्स या संधर्भ
- American cancer society
- National Cancer Institute, Bethesda (USA)
- covaxin, bharat biotech fact sheet
- Covishield, SII fact sheet
Image courtesy
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