HIS#5:19.05.2021 : लो जी, आखिरकार हेल्थ मिनिस्ट्री ने COVID-19 की वैक्सीन से जुड़े कई अहम् सवालों पर क्लियर-कट गाइडलाइन्स जारी कर दी है|

कुछ दिन पहले वैक्सीन एक्सपर्ट के पैनल ने सरकार को कोविड वैक्सीन से सम्बंधित कई सिफारिशें भेजी थी|

इससे कुछ दिन पहले ही कोविशिल्ड वैक्सीन की दो डोज़ के बीच का अंतराल भी बढ़ाया गया था|

ज्यादा समय ना लेते हुए, हम सीधा मुद्दे पे आते हैं और आपको बताते हैं कि क्या नया है इन गाइडलाइन्स में|

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COVID-19 वैक्सीन इस इन्फेक्शन को सीरियस होने से रोकने बहुत प्रभावी है|

नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड-19 (NEGVAC) ने मौजूदा साइंटिफिक तथ्यों को ध्यान में रखते हुए ये सिफारिशें दी थी|

जिनको आज 19.05.2021 को हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा मान लिया गया है और राज्यों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं| इसमें उन्होंने चार गाइडलाइन्स जारी की है|

सबसे पहले उन चार ग्रुप्स के लोगों के बारे में निर्देश है जिनको वैक्सीन लेने के लिए इंतज़ार करना होगा|

-अगर किसी को लैब टेस्ट पर कन्फर्म कोविड-19 की इन्फेक्शन हो गयी है, तो उनको वैक्सीन रिकवर होने के तीन महीने बाद लगेगा|

-अगर किसी को कोविड-19 का इन्फेक्शन हो गया था और उसको इलाज़ के तौर पर मोनोक्लोनल एंटीबाडी या प्लाज्मा थेरेपी (कोरोना से रिकवर मरीज का प्लाज्मा) दिया गया था, तो उनको वैक्सीन हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के 3 महीने बाद लगेगी|

-अगर आपने कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज़ ले ली थी और दूसरी डॉज लेने से पहले आपको कोविड-19 का इन्फेक्शन हो गया था, तो आपको दूसरी डॉज रिकवर (क्लिनिकल रिकवरी) होने के तीन महीने बाद लगेगी| आपको नए सिरे से कोर्स नहीं शुरू करना पडेगा|

-अगर आप किसी और सीरियस बिमारी की वजह से भी हॉस्पिटल में दाखिल हुए थे या आपको आई.सी.यू. में एडमिट करने की जरुरत पड़ी थी, तो आपको वैक्सीन 4 से 8 हफ़्तों के इंतज़ार के बाद लेनी होगी|

2. अगर कोई वैक्सीन के बाद ब्लड डोनेट करना चाहता है तो वैक्सीन लगने के 14 दिन बाद (2 हफ्ते) बाद ऐसा कर सकते हैं|अगर आप कोविड इन्फेक्शन  के बाद डोनेट करना चाहते हो तो इसके लिए आपकी RT-PCR की रिपोर्ट नेगेटिव होनी चाहिए|

3. सभी स्तनपान कराने वाली महिलाओं में कोविड-19 की वैक्सीन लगाने की रिकमेन्डेशन दी गयी है|

4. कोविड-19 वैक्सीन लगवाने से पहले रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) से स्क्रीनिंग करवाने की कोई जरुरत नहीं है|

अंत में राज्यों और एडमिनिस्ट्रेटर्स की लीडरशिप की तारीफें की गयी है और उनकी मेहनत को सराहा गया है |

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धन्यवाद