सोचो, आपकी बॉडी में एक सिक्योरिटी सिस्टम है, जिसे हम इम्यून सिस्टम कहते हैं।
ये सिस्टम बैक्टीरिया और वायरस जैसे दुश्मनों से हमें बचाता है।
अब सोचो, अगर ये सिक्योरिटी सिस्टम कन्फ्यूज हो जाए और आपकी बॉडी के एक ज़रूरी हिस्से, थायरॉइड ग्लैंड, पर ही हमला कर दे?
यही होता है Hashimoto’s thyroiditis में!

थायरॉइड को प्रभावित करने वाली एक ऑटोइम्यून बीमारी, हाशिमोटो थायरॉइडिटिस को समझाने वाला दृश्य।
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थायरॉइड ग्लैंड क्या है?
थायरॉइड ग्लैंड आपकी गर्दन के सामने, तितली के आकार की एक छोटी सी ग्रंथि है।
इसका काम है थायरॉइड हार्मोन बनाना।
ये हार्मोन आपकी बॉडी के रेगुलेटर की तरह होते हैं, जो आपके मेटाबोलिज्म को कंट्रोल करते हैं।
मेटाबोलिज्म मतलब, आपकी बॉडी एनर्जी कैसे इस्तेमाल करती है।
ये हार्मोन लगभग आपकी बॉडी के हर सेल को प्रभावित करते हैं।
Hashimoto’s में गड़बड़ क्या होती है?
Hashimoto’s एक ऑटोइम्यून बीमारी है।
इसका मतलब है, आपका इम्यून सिस्टम गलती से थायरॉइड ग्लैंड को दुश्मन समझ लेता है।
फिर ये एंटीबॉडीज बनाता है जो थायरॉइड पर हमला करते हैं,
जिससे सूजन और नुकसान होता है।
धीरे-धीरे, ये नुकसान थायरॉइड की हार्मोन बनाने की क्षमता को कम कर देता है,
जिससे हाइपोथायरायडिज्म (अंडरएक्टिव थायरॉइड) हो जाता है।
ये क्यों होता है?
इसका असली कारण पूरी तरह से पता नहीं है, लेकिन कुछ कारण हो सकते हैं:
जेनेटिक्स
अगर आपके परिवार में किसी को Hashimoto’s या कोई और ऑटोइम्यून बीमारी है, तो आपको इसका खतरा ज्यादा है।
पर्यावरणीय कारण
जैसे कि ज्यादा आयोडीन, कुछ इन्फेक्शन, ये उन लोगों में ट्रिगर कर सकते हैं जिनमें जेनेटिक रूप से ये बीमारी होने की संभावना है।
हार्मोन
ये बीमारी महिलाओं में ज्यादा होती है, इसलिए हार्मोन भी एक कारण हो सकता है।
लक्षण क्या हैं? (हाइपोथायरायडिज्म को समझना)
Hashimoto’s धीरे-धीरे बढ़ता है, इसलिए आपको शुरू में लक्षण पता नहीं चलेंगे।
हाइपोथायरायडिज्म, यानी थायरॉइड हार्मोन की कमी, से ये लक्षण दिखते हैं
थकान: थायरॉइड हार्मोन सेल्स को एनर्जी देते हैं।
इनकी कमी से मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे हमेशा थकान महसूस होती है।
वजन बढ़ना: मेटाबोलिज्म धीमा होने से बॉडी कम कैलोरी बर्न करती है,
जिससे वजन बढ़ता है, चाहे आप डाइट न बदलो।
थायरॉइड हार्मोन बॉडी में पानी का बैलेंस भी रखते हैं, और कमी से पानी जमा हो सकता है।
कब्ज: थायरॉइड हार्मोन पेट की मांसपेशियों को चलाते हैं।
इनकी कमी से ये मांसपेशियां धीमी हो जाती हैं, जिससे कब्ज होती है।
सूखी त्वचा और बाल: थायरॉइड हार्मोन स्किन सेल्स और तेल को कंट्रोल करते हैं।
इनकी कमी से स्किन रूखी और बाल बेजान हो जाते हैं।
ठंड लगना: थायरॉइड हार्मोन बॉडी में गर्मी बनाते हैं।
इनकी कमी से ठंड ज्यादा लगती है।
मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी: थायरॉइड हार्मोन मांसपेशियों के काम और प्रोटीन बनाने के लिए ज़रूरी हैं।
इनकी कमी से मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी होती है।
डिप्रेशन: थायरॉइड हार्मोन दिमाग में सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे केमिकल्स को कंट्रोल करते हैं,
जो मूड को ठीक रखते हैं। इनकी कमी से डिप्रेशन हो सकता है।
गर्दन में सूजन (गोइटर): Hashimoto’s में इम्यून सिस्टम थायरॉइड पर हमला करता है, जिससे सूजन होती है।
पिट्यूटरी ग्लैंड, कम थायरॉइड हार्मोन देखकर, थायरॉइड-स्टिमुलेटिंग हार्मोन (TSH) ज्यादा बनाता है,
ताकि थायरॉइड काम करे। इससे थायरॉइड ग्लैंड बड़ी हो जाती है, जिसे गोइटर कहते हैं।
जांच कैसे होती है?
एक सिंपल ब्लड टेस्ट से थायरॉइड हार्मोन (TSH, T3, T4) और थायरॉइड एंटीबॉडीज की जांच होती है।
डॉक्टर TSH लेवल ज्यादा देखते हैं, जो अंडरएक्टिव थायरॉइड को बताता है।
थायराइड पेरोक्सीडेज एंटीबॉडीज(TPOAb) और थायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडीज(TgAb) के बढे हुए लेवल्स भी देखे जाते हैं।
इलाज कैसे होता है?
सबसे आम इलाज है लेवोथायरोक्सिन, एक सिंथेटिक थायरॉइड हार्मोन। ये दवा उन हार्मोन की जगह लेती है जो थायरॉइड नहीं बना पाता।
रेगुलर ब्लड टेस्ट से हार्मोन लेवल चेक होते हैं और दवा की डोज एडजस्ट की जाती है।
दवा डॉक्टर के बताए अनुसार लेना बहुत ज़रूरी है, और बिना डॉक्टर से पूछे बंद न करें।
Hashimoto’s के साथ जीना
- इसका कोई परमानेंट इलाज नहीं है, लेकिन दवा से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
- हेल्दी लाइफस्टाइल, जैसे कि बैलेंस डाइट और रेगुलर एक्सरसाइज, भी मदद करते हैं।
- तनाव कम करना भी बहुत ज़रूरी है, क्योंकि तनाव ऑटोइम्यून बीमारियों को बढ़ा सकता है।
मुख्य बातें
- Hashimoto’s एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो थायरॉइड ग्लैंड को प्रभावित करती है।
- इससे हाइपोथायरायडिज्म होता है, यानी अंडरएक्टिव थायरॉइड।
- ब्लड टेस्ट से इसकी जांच होती है और हार्मोन रिप्लेसमेंट दवा से इलाज होता है।
- सही इलाज से, Hashimoto’s वाले लोग हेल्दी और नॉर्मल लाइफ जी सकते हैं।
मुझे उम्मीद है कि ये जानकारी आपके लिए मददगार होगी!