अगर आप या आपका कोई प्यारा कोरोना से लड़ाई जीत चूका है और अब वापिस से अपनी फॅमिली के साथ घुलना-मिलना चाहता है | लेकिन उसके मन में एक सवाल है कि क्या ये सेफ है| कहीं दूसरों को तो वो इन्फेक्शन नहीं लग जायेगी | आज हम यही बात करने वाले हैं कि कोरोना से रिकवर होने के बाद कब आप अपनी रूटीन लाइफ में वापिस लौट सकते हो,बिना किसी को नुक्सान पहुंचाएं |
किसी के भी मन में ये सवाल पांच सिचुएशन में आता है|
- कोविड-19 पॉजिटिव हुए और लक्षण भी आये
- कोविड-19 पॉजिटिव हुए लेकिन कोई लक्षण नहीं आये
- कोविड-19 पॉजिटिव हुए और बहुत गंभीर रूप से बीमार हो गए थे (severe COVID-19)/ कोई पुरानी बिमारी से ग्रषित थे, जिसकी वजह से इम्युनिटी बिलकुल कम है ( Immuno-compromised)
- कोविड-19 नहीं हुआ था लेकिन कोविड-19 पॉजिटिव मरीज के क्लोज संपर्क में रहे थे |
- आप एक हेल्थ केयर प्रोवाइडर हैं और कोविड-19 पॉजिटिव हो गए थे |
आगे बढ़ने से पहले अगर हम इस टॉपिक से जुडी थोड़ी सी साइंस जान लेंगे तो सही निर्णय ले पायेंगे,वो भी फुल कॉन्फिडेंस और नॉलेज के साथ|
“लक्षण आने के दो दिन पहले से ही मरीज वायरस को फैलाना शुरू कर देते हैं | इन्फेक्शन के पहले हफ्ते के बाद वायरस की मात्रा धीरे-धीरे घटने लग जाती है| इसलिए एक पेशेंट लक्षण आने से लेकर अगले 7-10 दिन तक इन्फेक्शन दुसरे लोगों में फैला सकता है| इसके बाद वायरस इतना मजबूत नहीं रह पाता कि किसी स्वस्थ इंसान को इन्फेक्शन कर सके| लेकिन जिनमे सीरियस टाइप का कोविड-19 इन्फेक्शन होता है, उनमे ये दस से बीस तक भी शरीर में रहता है| अगर संक्रमण के सबसे ज्यादा रिस्क की बात करी जाए, तो लक्षण आने से लेके अगले पांच छ दिन तक सबसे ज्यादा होता है| जब बहुत सारे लोगो को ट्रेक किया गया तो पाया गया कि जो लोग मरीज के कांटेक्ट में बीमार होने के छ दिन बाद आये थे, उनमे कोरोना का इन्फेक्शन रिपोर्ट नहीं हुआ था| हालाकि बहुत सारे मरीजों के स्टूल (पॉटी) से वायरस कई दिनों तक निकालता है, लेकिन उससे इन्फेक्शन के केसेस रिपोर्ट नहीं हुए हैं|”
कोविड-19 पॉजिटिव हुए और लक्षण भी आये (Symptomatic COVID-19 Positive)
ये तीन कंडीशन पूरी होने के बाद आप आराम से घुल मिल सकते हो|
- पहला लक्षण आपको दस दिन पहले आया था |
- अगर 24 घंटे से ज्यादा समय से आपको बुखार नहीं आया (बिना बुखार कि दवाई लिए)
- बाकी लक्षणों में सुधार हो रहा है | (मुँह में स्वाद ना आना- LOSS OF TASTE, स्मेल ना आना-LOSS OF SMELL जैसी दिक्कतें रिकवरी के कई हफ़्तों और महीनों के बाद में ठीक होते हैं | इनकी वजह से परेशान होने कि जरुरत नहीं है और ना ही इनकी वजह से किसी को इन्फेक्शन होती है|)
“आमतौर पे आपको दोबारा कोविड-19 टेस्ट की जरुरत नहीं है| दोबारा टेस्ट करवाना है या नहीं ये निर्णय आप अपने डॉक्टर के विवेक पर ही छोड़ दीजिये |
कोविड-19 पॉजिटिव हुए लेकिन कोई लक्षण नहीं आये
(Asymptomatic COVID-19 Positive)
- अगर टेस्ट सैंपल देने से लेकर अगले दस दिन तक कोई लक्षण नहीं आया है, तो एन्जॉय कीजिये अपने परिवार के साथ होने कि फीलिंग को|लेकिन अगर टेस्ट करवाने के बाद
- लक्षण आ रहे हैं तो फिर आपको सिचुएशन एक के हिसाब से लक्षण से लेके अगले दस दिन तक आइसोलेट करके रहिये|
कोविड-19 पॉजिटिव हुए और बहुत गंभीर रूप से बीमार हो गए थे (severe COVID-19)/ कोई पुरानी बिमारी से ग्रषित थे, जिसकी वजह से इम्युनिटी बिलकुल कम है| ( Immuno-compromised)
इस तरह की सिचुएशन में आपको ज्यादा समय आइसोलेट करने कि जरुरत पड़ेगी|
-लक्षण के पहले दिन से अगले बीस दिन तक आइसोलेट कीजिये |
-रिकवर करने के बाद आपका रिपीट COVID-19 टेस्ट भी करवाने की जरुरत पड़ेगी|
कोविड-19 नहीं हुआ था, लेकिन कोविड-19 पॉजिटिव मरीज के क्लोज संपर्क में रहे थे|
ये थोडा सा ट्रिकी मामला है| लेकिन कोई बात नहीं इसको भी सुलझाते हैं|
-जिस दिन आपका आखिरी कांटेक्ट हुआ था, उस दिन से लेके अगले चोदह दिन तक आपको आइसोलेट करने कि जरुरत रहेगी |
-अगर बीच में लक्षण आया तो फिर आपको सिचुएशन नंबर एक के जैसे दस दिन तक आइसोलेट करना पडेगा|
लेकिन अगर:-
-आपको कोविड-19 की वैक्सीन का पूरा कोर्स लिए हुए कम से कम दो से तीन हफ्ते हो चुके हैं |
-आपको कोविड हो चूका है, और रिकवर हुए तीन महीने से ज्यादा समय नहीं हुआ है तथा आपको कोई लक्षण भी नहीं है|
तो आपको आइसोलेट करने की जरुरत नहीं है|
आप एक हेल्थ केयर प्रोवाइडर हैं और कोविड-19 पॉजिटिव हो गए थे |
वैसे तो ऊपर बताई गयी सिचुएशन के अनुसार ही आइसोलेट करने की जरुरत है, लेकिन जगह-जगह के अनुसार और हॉस्पिटल की अपनी पालिसी हो सकती है| और आपको वही फॉलो करना चाहिए|
उम्मीद करते हैं कि शायद ये ब्लॉग पढके आपको कुछ क्लैरिटी हुई होगी | अगर पढ़ते-पढ़ते यहाँ तक आये हो, तो हम आपसे ये भी आशा करते हैं कि आप इसको अपने फॅमिली,फ्रेंड्स से शेयर करने के बारे में विचार करेंगे| इस समय सही जानकारी शेयर करना भी एक तरह की मानवीय मदद ही है|
धन्यवाद
“डिस्क्लेमर: ये डॉक्यूमेंट सिर्फ और सिर्फ आम लोगों को जागरूक करने के लिए है | किसी तरह का कोई प्रिस्क्रिप्शन या इलाज़ नहीं है| क्योंकि आइसोलेशन की गाइडलाइन्स लोकल जरूरतों के अनुसार बदली भी जा सकती है| आखिरी निर्णय आपकी लोकल अथॉरिटी या आपके डॉक्टर का ही मान्य होना चाहिए|”
References
- CDC, Atlanta: All about COVID-19
- Revised Guidelines for home isolation of mild and asymptomatic cases of COVID-19, MOHFW, India
3.Image courtesy:pixabay-https://pixabay.com/photos/girl-father-portrait-family-1641215/