मेथोट्रेक्सेट, नाम सुनकर शायद थोड़ा डरावना लगे,
लेकिन ये एक बहुत काम की दवा है जो कई तरह की बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होती है।
वैसे तो इसे कैंसर के इलाज से ज़्यादा जोड़ा जाता है,
लेकिन ये ऑटोइम्यून डिज़ीज़ (autoimmune diseases) जैसे रूमेटाइड आर्थराइटिस (rheumatoid arthritis) और सोरायसिस (psoriasis) को कंट्रोल करने में भी बहुत ज़रूरी है।
इसे एक पावरफुल रेगुलेटर (regulator) समझो, जो ज़्यादा एक्टिव सेल ग्रोथ (cell growth) को धीमा कर सकता है,
चाहे वो कैंसर सेल हों या ज़्यादा रिएक्ट करने वाला इम्यून सिस्टम (immune system)।
इस ब्लॉग में, हम मेथोट्रेक्सेट के बारे में सब कुछ आसान भाषा में समझेंगे, इसके कई इस्तेमाल, ये कैसे काम करता है, और आपके ज़रूरी सवालों के जवाब जानेंगे।
Table of Contents
मेथोट्रेक्सेट किसलिए इस्तेमाल होता है और साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
मेथोट्रेक्सेट इन बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होता है:
कैंसर: ये कई तरह के कैंसर में तेजी से बढ़ने वाले कैंसर सेल्स (cancer cells) के ग्रोथ को धीमा करता है, जैसे ल्यूकेमिया (leukemia), लिंफोमा (lymphoma) और कुछ सॉलिड ट्यूमर (solid tumors)।
ऑटोइम्यून डिज़ीज़: ये रूमेटाइड आर्थराइटिस, सोरायसिस, क्रोहन’स डिज़ीज़ (Crohn’s disease) और ल्यूपस (lupus) जैसी बीमारियों में इम्यून सिस्टम के ज़्यादा एक्टिव होने को दबाता है।
इन्फ्लेमेशन (inflammation) कम करके, ये लक्षणों को कम करने और आगे होने वाले नुकसान को रोकने में मदद करता है।
साइड इफेक्ट्स डोज़ (dose) और हर इंसान के बॉडी के रिएक्शन के हिसाब से अलग-अलग होते हैं। आम साइड इफेक्ट्स में शामिल हैं:
ये हर किसी को अलग-अलग तरीके से असर करता है, और डोज़ पर भी डिपेंड करता है कि कितनी दवाई ले रहे हैं। कुछ आम परेशानियां जो हो सकती हैं:
उल्टी और मतली: पेट खराब हो सकता है, उल्टी जैसा मन हो सकता है।
मुंह में छाले: मुंह में छोटे-छोटे दाने या छाले निकल सकते हैं।
थकान: कमजोरी महसूस हो सकती है, जल्दी थक सकते हैं।
बालों का पतला होना: बाल थोड़े कम हो सकते हैं या पतले लग सकते हैं।
ब्लड काउंट में बदलाव: खून की जांच में कुछ चीजें ऊपर-नीचे हो सकती हैं।
लिवर और किडनी फंक्शन में गड़बड़ी: लिवर और किडनी ठीक से काम न करें, ऐसा हो सकता है। इसलिए डॉक्टर रेगुलर टेस्ट कराते रहते हैं।
ये सारे साइड इफेक्ट्स हर किसी को नहीं होते और अगर हों भी तो हल्के-फुल्के हो सकते हैं। लेकिन अगर आपको कोई भी परेशानी ज़्यादा लगे तो डॉक्टर को ज़रूर बताना चाहिए।
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मेथोट्रेक्सेट साइड इफेक्ट्स के लिए मैकेनिज़्म ऑफ़ एक्शन (mechanism of action) क्या है?
मेथोट्रेक्सेट मुख्य रूप से डाइहाइड्रोफोलेट रिडक्टेज़ (dihydrofolate reductase) को रोकता है,
एक एंज़ाइम (enzyme) जो फोलिक एसिड मेटाबॉलिज्म (folic acid metabolism) के लिए ज़रूरी है।
ये रुकावट सेल डिवीज़न (cell division) और ग्रोथ (growth) को प्रभावित करती है।
कैंसर और ऑटोइम्यून डिज़ीज़ में ये फायदेमंद है, लेकिन ये हेल्दी सेल्स (healthy cells) को भी प्रभावित करता है, जिससे साइड इफेक्ट्स होते हैं।
उदाहरण के लिए, मुंह में छाले इसलिए होते हैं क्योंकि मुंह की लाइनिंग (lining) में तेजी से बढ़ने वाले सेल्स प्रभावित होते हैं।
मेथोट्रेक्सेट के इंडिकेशन (indication) क्या हैं?
मेथोट्रेक्सेट का इस्तेमाल इन बीमारियों में होता है:
कई तरह के कैंसर (जैसे, एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया (acute lymphoblastic leukemia), नॉन-हॉजकिन लिंफोमा (non-Hodgkin lymphoma), ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer))।
रूमेटाइड आर्थराइटिस (एक डिज़ीज़-मॉडिफाइंग एंटीरियुमेटिक ड्रग (DMARD) के रूप में)।
सोरायसिस (गंभीर मामलों में)।
क्रोन’स डिज़ीज़।
ल्यूपस।
एक्टोपिक प्रेगनेंसी (ectopic pregnancy)।
प्रेगनेंसी (pregnancy) में मेथोट्रेक्सेट का इस्तेमाल किसलिए होता है?
मेथोट्रेक्सेट प्रेगनेंसी में बिल्कुल मना है। ये टेराटोजेन (teratogen) है, जिसका मतलब है कि ये जन्म दोष (birth defects) और गर्भपात (miscarriages) का कारण बन सकता है।
अगर आप प्रेग्नेंट हैं या प्रेगनेंसी की प्लानिंग कर रही हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर को बताएं।
मेथोट्रेक्सेट आपके लिए कितना बुरा है?
मेथोट्रेक्सेट एक पावरफुल दवा है जिसे सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए।
जब डॉक्टर की बताई डोज़ में और निगरानी में इस्तेमाल किया जाता है, तो इसके फायदे अक्सर नुकसान से ज़्यादा होते हैं।
लेकिन, ये साइड इफेक्ट्स कर सकता है, खासकर लंबे समय तक इस्तेमाल करने या हाई डोज़ में।
ब्लड काउंट, लिवर और किडनी फंक्शन की रेगुलर निगरानी ज़रूरी है।
मेथोट्रेक्सेट के कॉन्ट्रा-इंडिकेशन (contraindications) क्या हैं?
मेथोट्रेक्सेट का इस्तेमाल इन मामलों में नहीं करना चाहिए:
प्रेगनेंसी और ब्रेस्टफीडिंग (breastfeeding)।
गंभीर लिवर या किडनी डिज़ीज़।
पहले से मौजूद ब्लड डिसऑर्डर (blood disorders)।
एक्टिव इन्फेक्शन (active infections)।
मेथोट्रेक्सेट से एलर्जी (hypersensitivity)।
मेथोट्रेक्सेट का सबसे आम कॉम्प्लिकेशन (complication) क्या है?
सबसे आम कॉम्प्लिकेशन हैं:
बोन मैरो सप्रेशन (bone marrow suppression) (जिससे ब्लड काउंट कम हो जाता है)।
लिवर टॉक्सिसिटी (liver toxicity)।
किडनी डैमेज (kidney damage)।
पल्मोनरी टॉक्सिसिटी (pulmonary toxicity) (लंग्स की प्रॉब्लम)।
मेथोट्रेक्सेट सुरक्षित है या नहीं?
मेथोट्रेक्सेट डॉक्टर की सख्त निगरानी में इस्तेमाल करने पर सुरक्षित हो सकता है। रेगुलर निगरानी और बताई गई डोज़ का पालन करना ज़रूरी है।
मेथोट्रेक्सेट के पॉजिटिव इफेक्ट्स (positive effects) क्या हैं?
पॉजिटिव इफेक्ट्स में शामिल हैं:
कैंसर सेल ग्रोथ को धीमा करना या रोकना।
रूमेटाइड आर्थराइटिस में जोड़ों के दर्द, सूजन और अकड़न को कम करना।
सोरायसिस में स्किन प्लेक्स (skin plaques) को साफ करना।
क्रोन’स डिज़ीज़ में इन्फ्लेमेशन और लक्षणों को कम करना।
ऑटोइम्यून कंडीशन में ऑर्गन डैमेज (organ damage) को रोकना।
क्या मेथोट्रेक्सेट किडनी को प्रभावित करता है? मेथोट्रेक्सेट किस ऑर्गन को प्रभावित करता है?
हां, मेथोट्रेक्सेट किडनी को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि ये किडनी के ज़रिए ही बाहर निकलता है। ये लिवर (लिवर टॉक्सिसिटी) और बोन मैरो (बोन मैरो सप्रेशन) को भी प्रभावित करता है।
क्या मेथोट्रेक्सेट से बाल झड़ सकते हैं?
हां, बालों का पतला होना या एलोपेसिया (alopecia) एक जाना-माना साइड इफेक्ट है, लेकिन ये आमतौर पर टेम्परेरी (temporary) और रिवर्सिबल (reversible) होता है।
आंखों के लिए मेथोट्रेक्सेट के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
आंखों से जुड़े साइड इफेक्ट्स कम होते हैं, लेकिन इनमें धुंधला दिखना, आंखों में जलन और कंजंक्टिवाइटिस (conjunctivitis) शामिल हो सकते हैं।
मेथोट्रेक्सेट हफ्ते में एक बार क्यों लिया जाता है?
ऑटोइम्यून डिज़ीज़ के लिए, हफ्ते में एक बार डोज़ लेने से बॉडी को दवा के इफेक्ट्स से रिकवर होने का मौका मिलता है
और क्युमुलेटिव टॉक्सिसिटी (cumulative toxicity) कम होती है।
ये शेड्यूल थेराप्यूटिक बेनिफिट्स (therapeutic benefits) और कम साइड इफेक्ट्स के बीच बैलेंस बनाता है।
मेथोट्रेक्सेट लेते समय कौन से फूड्स नहीं खाने चाहिए?
बहुत ज़्यादा अल्कोहल (alcohol): लिवर डैमेज का रिस्क बढ़ाता है।
कच्चा या अधपका खाना: कमज़ोर इम्यून सिस्टम के कारण, ये इन्फेक्शन का रिस्क बढ़ा सकते हैं।
हाई डोज़ फोलिक एसिड सप्लीमेंट्स (folic acid supplements): मेथोट्रेक्सेट की इफेक्टिवनेस (effectiveness) को कम कर सकते हैं।
मेथोट्रेक्सेट के साथ फोलिक एसिड क्यों दिया जाता है?
फोलिक एसिड सप्लीमेंट मेथोट्रेक्सेट के साइड इफेक्ट्स जैसे मुंह में छाले, मतली और थकान को कम करने में मदद करता है।
ये ऑटोइम्यून डिज़ीज़ में दवा के थेराप्यूटिक इफेक्ट्स को प्रभावित नहीं करता है।
मेथोट्रेक्सेट कैसे और कब लें?
मेथोट्रेक्सेट ओरल टेबलेट, सबक्यूटेनियस इंजेक्शन (subcutaneous injections) और इंट्रामस्कुलर इंजेक्शन (intramuscular injections) के रूप में उपलब्ध है।
आपके डॉक्टर सही फॉर्म और डोज़ बताएंगे। ऑटोइम्यून डिज़ीज़ के लिए, ये आमतौर पर हफ्ते में एक बार लिया जाता
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