क्या आपको लगता है कि आपको शीघ्रपतन की समस्या है?
अगर हाँ, तो शायद आप अकेले नहीं हैं.
पर सच ये है कि हममें से ज़्यादातर लोग जिस चीज़ को शीघ्रपतन मानते हैं, वो असल में वो है ही नहीं.
आइए समझते हैं इसकी असली परिभाषा और क्यों आप एक गलतफहमी में जी रहे हैं.
शीघ्रपतन। ये शब्द सुनते ही दुनिया भर के मर्दों के दिल में एक डर और हीन भावना आ जाती है।
ये एक ऐसी प्रॉब्लम है जिसकी बात भी हम लोग दबे शब्दों में करते हैं,
लेकिन क्या आपको पता है कि जिस चीज़ को ज़्यादातर लोग शीघ्रपतन मानते हैं, वो असल में वो है ही नहीं?
एक मेल सेक्सुअल हेल्थ स्पेशलिस्ट रोज़ बहुत से लोगों से इस बारे में बात करता है।
और हर बार उनकी एक ही बात होती है – “सर, मुझे तो लगता है कि मुझे शीघ्रपतन है।
लेकिन सच ये है कि ये लोग खुद ही अपने आप को ये बीमारी दे बैठते हैं, क्योंकि उन्होंने कहीं से कुछ सुन रखा होता है या मीडिया में कुछ देख रखा होता है।
अब समय आ गया है कि इस गलतफहमी को दूर किया जाए।
खुद से ही डॉक्टर बनना: समय की एक गलत दौड़
सबसे ज़्यादा पूछा जाने वाला सवाल है, “सर, मुझे कितनी देर तक टिकना चाहिए?” ये सवाल ही गलत है।
इस सवाल में ये मान लिया गया है कि सेक्स की एक तय अवधि होती है और अगर आप उससे कम देर तक टिके, तो आप फेल हो गए।
ये बिल्कुल गलत है।
शीघ्रपतन की असली परिभाषा, जिसे दुनिया भर के डॉक्टर्स भी मानते हैं, वो सिर्फ “जल्दी ख़त्म हो जाना” नहीं है।
ये घड़ी देखकर अपनी परफॉरमेंस को आंकने का खेल नहीं है।
American Urological Association (AUA) और International Society for Sexual Medicine (ISSM) ने इसकी बहुत ही ख़ास और चौंकाने वाली परिभाषा दी है।
असली बात ये है:
शीघ्रपतन सिर्फ समय से जुड़ा नहीं है। ये कंट्रोल और परेशानी से जुड़ा है।
इसकी मेडिकल परिभाषा में तीन मुख्य बातें हैं, और किसी को भी शीघ्रपतन तब ही कहा जाएगा जब उसमें ये तीनों बातें मौजूद हों
- कम समय में वीर्य का निकलना (Ejaculatory latency time)
आम तौर पर इसका मतलब है कि पेनिट्रेशन के लगभग एक मिनट के अंदर वीर्य निकल जाए।
ध्यान दें, मैंने “लगभग” कहा है। ये कोई पक्का रूल नहीं है, और ये उस 10, 20 या 30 मिनट की बात से बहुत अलग है,
जो लोग अक्सर सोचते हैं कि ज़रूरी है।
2. वीर्य निकलने को रोक न पाना
ये कंट्रोल की बात है। जिस आदमी को सच में शीघ्रपतन है, वो चाहकर भी अपने क्लाइमेक्स को रोक नहीं पाता।
3. इसके कारण बहुत ज़्यादा परेशानी होना
ये सबसे ज़रूरी बात है। इस जल्दी वीर्य निकलने से इंसान को बहुत ज़्यादा फ्रस्ट्रेशन, परेशानी या सेक्स से बचने की इच्छा होनी चाहिए।
अगर आप में ये तीनों बातें नहीं हैं, तो शायद आपको शीघ्रपतन नहीं है। हो सकता है कि आप बस “Variable Ejaculation” महसूस कर रहे हों, जो एक बिलकुल आम और सामान्य बात है।
असली ज़िन्दगी में इसे कैसे समझें?
तो, इस बात को आप अपनी ज़िन्दगी में कैसे लागू करें? आइए कुछ आम मामलों को समझते हैं
पहला केस
“मैं 3 मिनट में ख़त्म हो गया, लेकिन मैं ख़ुद को कंट्रोल में महसूस कर रहा था और मेरी पार्टनर भी खुश थी।”
ये शीघ्रपतन नहीं है। यहाँ कंट्रोल और परेशानी दोनों नहीं हैं। आप बस एक आम और अच्छी सेक्सुअल लाइफ जी रहे हैं।
यहाँ परेशानी सिर्फ ये है कि आप खुद को एक समय की सीमा में बांध रहे हैं, आपकी बॉडी में कोई दिक्कत नहीं है।
दूसरा केस
“मैं अक्सर 15 मिनट तक टिकता हूँ, पर एक बार जब मैं 5 मिनट में ख़त्म हो गया तो मुझे बहुत चिंता हुई।”
ये भी शीघ्रपतन नहीं है।
आप सिर्फ अपने सेक्सुअल रिस्पॉन्स में बदलाव महसूस कर रहे हैं।
कभी-कभी जल्दी ख़त्म हो जाना कोई बीमारी नहीं है।
ये नॉर्मल है और ये आपके स्ट्रेस, कितनी देर बाद आपने सेक्स किया, आदि बातों पर निर्भर करता है।
यहाँ आपकी परेशानी सिर्फ आपकी चिंता है, वीर्य का जल्दी निकलना नहीं।
तीसरा केस
“हर बार पेनिट्रेशन के 30 सेकंड के अंदर मैं ख़त्म हो जाता हूँ, और इस वजह से मुझे बहुत फ्रस्ट्रेशन होती है और मैं अब सेक्स से बचने लगा हूँ।”
ये एक ऐसा केस है जहाँ तीनों बातें हैं। कम समय, कंट्रोल न कर पाना और बहुत ज़्यादा परेशानी। ये एक मेडिकल समस्या है जिसके लिए आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
आँखें खोलने वाली बात: अपने आप को और अपनी सेक्सुअल लाइफ को समझें
सबसे ज़्यादा ज़रूरी बात ये है
ज़्यादातर मर्दों को जिन्हें लगता है कि उन्हें शीघ्रपतन है, उन्हें असल में वो होता ही नहीं है।
उन्होंने बस एक गलतफहमी पाल रखी है कि एक “अच्छे” सेक्स की एक तय समय सीमा होती है।
इसका हल हर आदमी के लिए कोई दवाई या स्प्रे नहीं है।
इसका हल है अपनी सोच को बदलना, अपने पार्टनर से खुलकर बात करना और शीघ्रपतन की असली परिभाषा को समझना।
अब ये मत पूछिए “मैं ज़्यादा देर तक कैसे टिका रहूँ?”
बल्कि ये पूछिए कि “मैं और मेरा पार्टनर एक ज़्यादा अच्छी सेक्सुअल लाइफ कैसे जी सकते हैं, चाहे वो कितने भी समय की हो?”
ये बात समस्या को एक कमी की तरह नहीं, बल्कि एक अच्छी समझ की तरह देखती है।
आपकी सेक्सुअल हेल्थ सिर्फ घड़ी की सुई नहीं है।
ये आपसी खुशी, प्यार और सुकून की बात है।
तो, इससे पहले कि आप खुद को ये बीमारी मान लें, इसकी असलियत जानिए।
शायद आपको पता चले कि आप बस इंसान की एक आम सी हरकत से परेशान थे, और इसमें शर्मिंदा होने की कोई बात नहीं।
और जानने के लिए
अगर आप इस बारे में और जानकारी चाहते हैं, तो आप इन वेबसाइट्स पर जा सकते हैं
American Urological Association (AUA): https://www.auanet.org/
International Society for Sexual Medicine (ISSM): https://www.issm.info/
The Urology Care Foundation: https://www.urologyhealth.org/
Disclaimer: यह ब्लॉग सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे मेडिकल सलाह न मानें। किसी भी परेशानी के लिए, कृपया किसी क्वालिफाइड डॉक्टर से सलाह लें।