आजकल सोशल मीडिया पर “Ozempic teeth” नाम का एक नया ट्रेंड चल रहा है, जिसने वजन घटाने वाली दवाओं (GLP-1) से होने वाली दाँतों की बीमारियों को लेकर चिंता बढ़ा दी है।

हालाँकि, यह कोई मेडिकल बीमारी का नाम नहीं है, लेकिन इस वायरल शब्द के पीछे एक असली समस्या छिपी है: कई लोग दाँतों में सड़न, मसूड़ों की दिक्कत और सेंसिटिविटी की शिकायत कर रहे हैं।

 

इस लेख में, हम आपको “Ozempic teeth” के पीछे के विज्ञान के बारे में विस्तार से बताएंगे और इसके लिए हमने बड़े-बड़े न्यूज़ चैनलों और डेंटिस्टों की राय शामिल की है।

आप जानेंगे कि इन दवाओं के आम साइड इफेक्ट्स आपके मुँह की सेहत पर कैसे असर डालते हैं और सबसे ज़रूरी बात, आप अपने दाँतों को सुरक्षित रखने के आसान और असरदार तरीके भी जानेंगे।

 

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आजकल सोशल मीडिया पर “Ozempic teeth” की खूब चर्चा हो रही है।

यह कोई मेडिकल बीमारी का नाम नहीं है, बल्कि एक ऐसा ट्रेंडिंग शब्द है जो उन लोगों के दाँतों की परेशानियों के लिए इस्तेमाल हो रहा है जो वजन घटाने वाली दवाएं जैसे Ozempic ले रहे हैं।

हालाँकि, इन दवाओं से सीधे-सीधे दाँत खराब नहीं होते, लेकिन इनके कुछ साइड इफेक्ट्स की वजह से दाँतों में दिक्कतें ज़रूर शुरू हो सकती हैं।

इस गाइड में हम आपको “Ozempic teeth” के पीछे की असली वजह बताएंगे, जिसके बारे में बड़े-बड़े न्यूज़ चैनल और डॉक्टर भी बात कर रहे हैं।

हम आपको यह भी बताएंगे कि आप अपने दाँतों को कैसे बचा सकते हैं।

 

“Ozempic teeth” के पीछे की वजह

 

एक्सपर्ट्स मानते हैं कि GLP-1 दवाओं के तीन बड़े साइड इफेक्ट्स हैं जो दाँतों की सेहत पर बुरा असर डालते हैं:

मुँह सूखना (Dry Mouth)

यह सबसे आम साइड इफेक्ट्स में से एक है।

 

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Ozempic जैसी दवाएं भूख तो कम करती ही हैं, साथ ही लार (saliva) भी कम बनाती हैं।

हमारे मुँह की लार दाँतों की सुरक्षा के लिए बहुत ज़रूरी है।

यह खाने के टुकड़ों को साफ करती है, बैक्टीरिया से पैदा होने वाले एसिड को खत्म करती है और दाँतों को मजबूत रखती है।

लार की कमी से इन समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है

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दाँतों में सड़न और कैविटी: लार की कमी होने से मुँह में प्लाक और बैक्टीरिया आसानी से जमा हो जाते हैं।

मसूड़ों की बीमारी: लार कम होने से मसूड़ों की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।

मुँह से बदबू आना: जब मुँह सूखा होता है तो बदबू पैदा करने वाले बैक्टीरिया साफ नहीं हो पाते।

 

उल्टी और जी मिचलाना

कई लोगों को यह दवा शुरू करने या इसकी डोज़ बढ़ाने पर जी मिचलाने या उल्टी होने की दिक्कत होती है।

पेट का एसिड दाँतों के लिए बहुत खतरनाक होता है।

बार-बार उल्टी होने से ये एसिड दाँतों की ऊपरी परत (enamel) को खराब कर देता है, जिससे दाँत कमजोर और सेंसिटिव हो जाते हैं।

 

पोषण की कमी और डाइट में बदलाव

ये दवाएं भूख इतनी कम कर देती हैं कि कुछ लोग बहुत कम खाते हैं।

इससे शरीर में ज़रूरी विटामिन और मिनरल्स की कमी हो सकती है, जो दाँतों और मसूड़ों को मजबूत रखने के लिए बहुत ज़रूरी हैं।

इसके अलावा, बीमार महसूस होने पर कई लोग मीठी और मुलायम चीजें ज्यादा खाने लगते हैं, जिससे कैविटी का खतरा और बढ़ जाता है।

 

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मीडिया और पब्लिक में चर्चा

“Ozempic teeth” शब्द न्यूज़ और सोशल मीडिया में काफी पॉपुलर हो गया है।

Healthline की एक रिपोर्ट में कॉस्मेटिक डेंटिस्ट, डॉ. कैट्राइस ऑस्टिन ने बताया कि “Ozempic teeth” कोई मेडिकल बीमारी नहीं है, लेकिन ये शब्द उन मरीजों में दाँतों की सड़न, सेंसिटिविटी और दाँत टूटने जैसी समस्याओं को बताने के लिए इस्तेमाल हो रहा है जो ये दवाएं ले रहे हैं।

The Standard (London) की एक रिपोर्ट में भी डेंटिस्टों ने बताया कि जो मरीज Ozempic ले रहे हैं, उनमें दाँतों की समस्या बढ़ रही है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि कम खाने की वजह से शरीर को ज़रूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते, जिसका असर दाँतों पर भी दिखता है।

The Independent ने भी इस विषय पर लिखा कि भले ही इसका कोई सीधा संबंध नहीं है, लेकिन मुँह सूखना और उल्टी जैसे साइड इफेक्ट्स दाँतों को बहुत नुकसान पहुँचा सकते हैं।

 

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अपने दाँतों को कैसे बचाएं?

 

अगर आप GLP-1 दवाएं ले रहे हैं, तो डेंटिस्ट और डॉक्टर आपको दाँतों की खास देखभाल करने की सलाह देते हैं:

खूब पानी पिएँ: दिन भर खूब पानी पिएँ, भले ही आपको प्यास न लगे, ताकि मुँह न सूखे।

दाँतों की सफाई का ध्यान रखें: दिन में दो बार फ्लोराइड वाले टूथपेस्ट से ब्रश करें और रोज़ फ्लॉस करें।

लार बढ़ाएं: शुगर-फ्री च्युइंग गम या गोलियाँ चबाएं, ताकि मुँह में लार बनती रहे।

उल्टी होने पर क्या करें: अगर आपको उल्टी होती है तो तुरंत पानी या बेकिंग सोडा के घोल से कुल्ला करें।

तुरंत ब्रश न करें, क्योंकि इससे दाँतों पर एसिड का और बुरा असर पड़ सकता है। 30-60 मिनट बाद ही ब्रश करें।

रेगुलर डेंटिस्ट के पास जाएं: अपने डेंटिस्ट को बताएं कि आप ये दवा ले रहे हैं, ताकि वह आपके दाँतों की बेहतर देखभाल कर सकें।

 

References