कभी पेशाब करते वक्त जलन या हल्का दर्द महसूस हुआ है?

अगर हाँ, तो यह एक बहुत ही आम समस्या है, जिसे हम सबने कभी न कभी महसूस किया होगा।

लेकिन यह जलन क्यों होती है, और इससे बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए? आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं।

पेशाब में जलन होने का सबसे बड़ा कारण है यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI)

uti

इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि आपके पेशाब के रास्ते में कुछ अनचाहे मेहमान (बैक्टीरिया) घुस गए हैं।

ये मेहमान उस पूरे रास्ते में सूजन और जलन पैदा करते हैं।

महिलाओं में यह समस्या ज़्यादा आम है क्योंकि उनका यूरिनरी ट्रैक्ट पुरुषों की तुलना में छोटा होता है।

 

जलन के कुछ और आम कारण

सिर्फ UTI ही नहीं, पेशाब में जलन के और भी कई कारण हो सकते हैं:

पानी की कमी (Dehydration)

जब आप कम पानी पीते हैं, तो आपका पेशाब गाढ़ा हो जाता है।

यह गाढ़ा पेशाब आपके यूरिनरी ट्रैक्ट में जलन पैदा कर सकता है।

इसे ऐसे समझें कि गाढ़ा शरबत पीने की जगह जब आप एक साफ़, पतले पानी की धार से कुल्ला करते हैं तो ज़्यादा आराम मिलता है।

खुजली और जलन पैदा करने वाली चीजें

कई बार हम नहाने के लिए या साफ-सफाई के लिए ऐसे साबुन, बॉडी वॉश या परफ्यूम वाले प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करते हैं,

जो उस नाज़ुक जगह की त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं।

टाइट कपड़े पहनने से भी कभी-कभी रगड़ लगने से जलन हो सकती है।

गुर्दे की पथरी (Kidney Stone)

अगर आपकी किडनी में पथरी है, तो वह पेशाब के रास्ते से निकलते वक्त भी रगड़ और जलन पैदा कर सकती है। यह दर्द बहुत तेज़ हो सकता है।

यौन संचारित संक्रमण (Sexually Transmitted Infections – STIs)

कुछ यौन संक्रमणों की वजह से भी पेशाब करते समय जलन, दर्द या অস্বস্তি हो सकती है।

कुछ दवाएं

कुछ खास तरह की दवाइयों के सेवन से भी पेशाब में जलन महसूस हो सकती है।

अगर आप कोई नई दवा शुरू कर रहे हैं और आपको ऐसी समस्या हो, तो अपने डॉक्टर से बात करें।

क्या पेशाब रुक-रुक कर आता है? यह सिर्फ़ एक छोटी सी दिक्कत नहीं, बल्कि आपके शरीर की एक अनसुनी चेतावनी हो सकती है, जिसे नज़रअंदाज़ करना भारी पड़ सकता है!

पेशाब में जलन होने पर क्या करें?

जब आपको यह समस्या हो तो घबराने के बजाय कुछ आसान चीजें अपनाकर आप राहत पा सकते हैं:

खूब पानी पिएँ: यह सबसे ज़रूरी उपाय है। ज़्यादा पानी पीने से बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं और पेशाब भी पतला रहता है, जिससे जलन कम होती है। दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी ज़रूर पिएं।

खुजली पैदा करने वाली चीजों से बचें: ऐसे साबुन, स्प्रे या क्रीम का इस्तेमाल न करें जिनमें तेज़ खुशबू या केमिकल हों। ढीले और आरामदायक कपड़े पहनें।

गरम सिंकाई: पेट के निचले हिस्से पर गरम पानी की बोतल या हीटिंग पैड से सिंकाई करने से आराम मिल सकता है।

कॉफ़ी और शराब से दूर रहें: कैफीन और अल्कोहल मूत्राशय को उत्तेजित कर सकते हैं और जलन को बढ़ा सकते हैं, इसलिए इन्हें कुछ दिनों के लिए बंद कर दें।

 

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डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

पेशाब में हल्की-फुल्की जलन तो कभी-कभी हो जाती है, लेकिन कुछ लक्षणों को बिलकुल भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।

अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखे, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ

बुखार और कंपकंपी लगे।

पेट के निचले हिस्से या कमर में तेज़ दर्द हो।

पेशाब में खून आए या उसका रंग बहुत गहरा या असामान्य हो।

पेशाब करते समय बहुत ज़्यादा दर्द हो।

बार-बार पेशाब आए लेकिन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में, और हर बार जलन हो।

अगर घरेलू उपाय करने के बाद भी जलन ठीक न हो।

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याद रखें, डॉक्टर ही सही जांच करके बता सकते हैं कि असल वजह क्या है और आपको कौन सी दवा लेनी चाहिए।

अपनी मर्ज़ी से कोई भी एंटीबायोटिक या अन्य दवा न लें। सही इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह लेना सबसे अच्छा है। अपनी सेहत का ध्यान रखें और स्वस्थ रहें!