क्या आप कभी सुबह उठे हैं, और आपको ऐसा लगा हो कि रात में आप किसी के साथ थे?
आपने सपने में उस पल को महसूस किया हो, और जब आपकी आँख खुली तो आपको महसूस हुआ कि आपके अंडरवियर गीले हैं?
अगर हाँ, तो घबराइए मत।
यह कोई अजीब या गलत बात नहीं है। इस स्थिति को Night Fall (नाइट फॉल) या नॉक्टर्नल एमिशन (Nocturnal Emission) कहते हैं,
और यह एक बहुत ही सामान्य और प्राकृतिक शारीरिक प्रक्रिया है।
अक्सर इस बारे में लोग शर्माते हैं और इसे बीमारी समझ लेते हैं।
लेकिन सच तो यह है कि यह आपके शरीर के स्वस्थ होने का ही एक संकेत है।
आपका दिमाग और शरीर दोनों रात में आराम करते हुए अपनी ज़रूरी प्रक्रिया पूरी कर रहे होते हैं।
Table of Contents
नाइट फॉल क्यों होता है? (Why NightFall Happens?)
नाइट फॉल, या नॉक्टर्नल एमिशन, एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जिसके पीछे तीन मुख्य कारण होते हैं।
इन कारणों को समझने से आपको यह मानने में मदद मिलेगी कि यह एक सामान्य घटना है, कोई समस्या नहीं।
स्पर्म का लगातार उत्पादन: शरीर की 24/7 फैक्ट्री
पुरुषों के शरीर में अंडकोष (testicles) एक फैक्ट्री की तरह काम करते हैं जो कभी नहीं रुकती।
वे लगातार स्पर्म (sperm) और वीर्य (semen) का उत्पादन करते रहते हैं। इस प्रक्रिया को वैज्ञानिक भाषा में स्पर्मेटोजेनेसिस (Spermatogenesis) कहते हैं।
एक सामान्य पुरुष हर सेकंड लगभग 1,500 स्पर्म का उत्पादन करता है। यह प्रक्रिया जीवन भर चलती रहती है।
अतिरिक्त वीर्य का प्राकृतिक संतुलन
जब शरीर लगातार स्पर्म बना रहा है, तो उस अतिरिक्त वीर्य का क्या होता है जिसका इस्तेमाल नहीं होता?
अगर एजैक्युलेशन ज़्यादा समय तक नहीं होता है, तो वीर्य की मात्रा शरीर में बहुत ज़्यादा बढ़ जाती है।
शरीर इस अतिरिक्त वीर्य को जमा नहीं होने देता। यह एक प्राकृतिक संतुलन बनाने के लिए इस अतिरिक्त मात्रा को बाहर निकाल देता है।
यह शरीर का खुद को साफ करने का एक तरीका है।
दिमाग और सपनों का गहरा कनेक्शन
रात में जब हम गहरी नींद में होते हैं, तो हमारा दिमाग बहुत सक्रिय होता है।
नींद के जिस चरण में हम सबसे ज़्यादा सपने देखते हैं, उसे आरईएम (REM – Rapid Eye Movement) स्लीप कहते हैं।
इस चरण में, दिमाग का वह हिस्सा, जो भावनाओं और यौन उत्तेजना को नियंत्रित करता है, बहुत ज़्यादा सक्रिय हो जाता है।
जब आप यौन-सपने (sexual dreams) देखते हैं, तो आपका दिमाग उन सपनों को इतनी सच्चाई से महसूस करता है कि शरीर भी उसी तरह से प्रतिक्रिया देता है।
इससे शिश्न में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है, जिससे इरेक्शन होता है और अंत में अनैच्छिक एजैक्युलेशन हो जाता है।
यह एक ऐसी क्रिया है जो आपके नियंत्रण में नहीं होती, ठीक उसी तरह जैसे डरावने सपने के बाद डरना।
यह सामान्य है? (मिथकों को तोड़ना)
नाइट फॉल के बारे में कई गलतफहमियां हैं, जिनसे लोगों को बहुत तनाव होता है।
मिथक 1: यह कमज़ोरी का संकेत है।
सच्चाई: यह बिलकुल गलत है। नाइट फॉल किसी भी तरह की कमज़ोरी का संकेत नहीं है।
बल्कि यह दिखाता है कि आपका शरीर स्वस्थ है और प्रजनन प्रणाली (reproductive system) ठीक से काम कर रही है।
मिथक 2: इससे शारीरिक या मानसिक कमज़ोरी आती है।
सच्चाई: इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
यह एक प्राकृतिक शारीरिक प्रक्रिया है, इससे न तो कोई शारीरिक कमज़ोरी आती है और न ही मानसिक।
मिथक 3: यह एक बीमारी है जिसका इलाज ज़रूरी है।
सच्चाई: नाइट फॉल कोई बीमारी नहीं है। इसलिए इसका कोई इलाज भी नहीं है।
यह एक सामान्य घटना है, और इसे रोकने की कोशिश करना शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया को बाधित करना है।
क्या नाइट फॉल का कोई इलाज है? (Treatment: Kya Koi Ilaaj Hai?)
जैसा कि हमने पहले बात की, नाइट फॉल कोई बीमारी नहीं है, बल्कि शरीर की एक सामान्य और प्राकृतिक प्रक्रिया है।
इसलिए, इसका कोई “इलाज” नहीं होता और इसकी ज़रूरत भी नहीं होती।
अगर आप किशोर हैं या युवा हैं, तो यह आपके शरीर के विकास का एक आम हिस्सा है।
जैसे-जैसे आपकी यौन गतिविधियाँ बढ़ेंगी, या जैसे-जैसे आपका शरीर इस तरह के हार्मोनल बदलावों का आदी हो जाएगा, नाइट फॉल की आवृत्ति (frequency) अपने आप कम हो सकती है।
कब डॉक्टर से सलाह लें? (Kab Doctor Se Salah Lein?)
हालांकि नाइट फॉल आमतौर पर चिंता की कोई बात नहीं होती, लेकिन कुछ ऐसी स्थितियाँ हैं जब आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए:
अगर आपको इसके साथ दर्द या बेचैनी महसूस हो: जैसे पेशाब करते समय दर्द, या जननांगों में किसी तरह की तकलीफ।
अगर आपको वीर्य के रंग या मात्रा में कोई असामान्य बदलाव दिखे: जैसे बहुत कम वीर्य निकलना, या वीर्य का रंग पीला या हरा होना।
अगर नाइट फॉल आपकी मानसिक सेहत पर बहुत बुरा असर डाल रहा हो: अगर आप इसकी वजह से बहुत ज़्यादा तनाव, शर्मिंदगी या चिंता महसूस कर रहे हों।
इस स्थिति में, डॉक्टर आपको मनोवैज्ञानिक सलाह (psychological counseling) लेने की सलाह दे सकते हैं ताकि आप अपनी भावनाओं को बेहतर ढंग से समझ सकें और उनसे निपट सकें।
अगर आप वयस्क हैं और आपको अचानक से नाइट फॉल बहुत ज़्यादा होने लगे: कभी-कभी, कुछ चिकित्सीय स्थितियाँ (medical conditions) या दवाएं नाइट फॉल की आवृत्ति को बढ़ा सकती हैं।
ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना उचित है ताकि किसी भी अंतर्निहित कारण का पता लगाया जा सके।
निष्कर्ष
याद रखिए, नाइट फॉल एक पूरी तरह से सामान्य और स्वस्थ शारीरिक प्रक्रिया है। इसके बारे में शर्माने या डरने की कोई ज़रूरत नहीं है।
यह बस इस बात का एक और प्रमाण है कि आपका शरीर अपनी ज़िम्मेदारियों को ठीक से निभा रहा है।
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अस्वीकरण (Disclaimer)
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