आजकल हर कोई एक चमकदार और सफेद मुस्कान चाहता है।
इसी चाहत में हम अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले ‘हैक’ पर भरोसा कर लेते हैं।
लोग बताते हैं कि कैसे आप घर पर ही बेकिंग सोडा, नींबू या चारकोल जैसी चीजों से अपने दांतों को चमका सकते हैं।
ये नुस्खे देखने में तो आसान लगते हैं, लेकिन सच यह है कि इनमें से ज़्यादातर तरीके न सिर्फ़ बेकार हैं, बल्कि आपके दांतों को हमेशा के लिए नुकसान भी पहुँचा सकते हैं।
इस ब्लॉग में हम इन्हीं 5 सबसे बड़े ‘हैक’ का सच जानेंगे।
हम यह भी समझेंगे कि ये नुस्खे क्यों काम नहीं करते और इनका इस्तेमाल करना क्यों खतरनाक है।
Table of Contents
क्यों काम नहीं करते ये वायरल ‘हैक’? (Why Don’t These Viral ‘Hacks’ Work?)
दांतों का रंग दो वजहों से बदलता है: अंदरूनी और बाहरी दाग (intrinsic and extrinsic stains)।
बाहरी दाग: ये चाय, कॉफी, तम्बाकू, या कुछ खाने-पीने की चीजों से लगते हैं। इन्हें टूथपेस्ट या डेंटिस्ट के पास जाकर साफ किया जा सकता है।
अंदरूनी दाग: ये दांत के इनेमल (enamel) के अंदर होते हैं, जो सिर्फ़ केमिकल व्हाइटनिंग (chemical whitening) से ही हट सकते हैं।
जो घरेलू नुस्खे सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं, वे सिर्फ़ दांतों को रगड़कर बाहरी दाग हटाने की कोशिश करते हैं। ये किसी भी तरह से अंदरूनी दाग को साफ नहीं कर पाते।
सबसे बड़े 5 झूठे ‘हैक’ और उनका सच (The 5 Biggest Hoax ‘Hacks’ and the Truth)
बेकिंग सोडा और नींबू का मिश्रण (Baking Soda and Lemon)
यह सबसे ज़्यादा पॉपुलर और खतरनाक नुस्खा है।
दावा: बेकिंग सोडा रगड़कर दांतों को साफ करता है, और नींबू का एसिड (acid) उन्हें ब्लीच (bleach) करता है।
सच: बेकिंग सोडा एक खुरदुरा पदार्थ (abrasive) है, जो दांतों की ऊपरी परत को रगड़कर साफ करता है।
वहीं, नींबू एक बहुत ही एसिडिक (acidic) चीज है। जब आप इन दोनों को मिलाते हैं, तो यह एक तेज़ी से काम करने वाला घोल बन जाता है।
खतरा: नींबू का एसिड दांतों के इनेमल (enamel) को पूरी तरह से गला देता है।
इनेमल हमारे दांतों की सबसे बाहरी और सबसे मज़बूत परत होती है, जो उन्हें सेंसिटिविटी (sensitivity) और कैविटी (cavity) से बचाती है।
एक बार इनेमल हट जाए, तो यह वापस नहीं आता। इससे दांत सेंसिटिव हो जाते हैं और भविष्य में उनमें ज़्यादा तेज़ी से दाग लग सकते हैं।
एक्टिवेटेड चारकोल (Activated Charcoal)
यह भी एक बहुत ही चर्चित ट्रेंड है।
दावा: एक्टिवेटेड चारकोल दांतों से गंदगी और दाग सोख लेता है।
सच: यह सच है कि चारकोल एक अच्छा सोखने वाला पदार्थ है, लेकिन यह बहुत खुरदुरा भी होता है।
यह सिर्फ़ दांतों की ऊपरी सतह को रगड़कर दाग हटाता है, यह दांतों को अंदर से सफेद नहीं करता।
खतरा: चारकोल इतना खुरदुरा है कि यह आपके दांतों के इनेमल को खरोंच सकता है।
जब इनेमल पर खरोंच लग जाती है, तो दाग और भी ज़्यादा आसानी से चिपक जाते हैं, जिससे आपके दांत पहले से ज़्यादा पीले दिख सकते हैं।
ज़्यादा इस्तेमाल से दांतों में सेंसिटिविटी (sensitivity) भी हो सकती है।
सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar)
कुछ लोग मानते हैं कि सेब का सिरका दांतों को सफेद कर सकता है।
दावा: सेब का सिरका एक प्राकृतिक व्हाइटनिंग (whitening) एजेंट है।
सच: सेब के सिरके में एसिटिक एसिड (acetic acid) होता है, जो दांतों के दाग को हटा सकता है।
लेकिन यह एसिड इतना मज़बूत होता है कि यह दांतों के इनेमल को गला सकता है।
खतरा: बार-बार सेब के सिरके का इस्तेमाल करने से दांतों का इनेमल धीरे-धीरे कम होने लगता है,
जिससे दांत कमजोर हो जाते हैं और उनमें कैविटी (cavity) और सेंसिटिविटी (sensitivity) का खतरा बढ़ जाता है।
स्ट्रॉबेरी का पेस्ट (Strawberry Paste)
यह नुस्खा भी सोशल मीडिया पर बहुत वायरल है, खासकर सेलिब्रिटीज के बीच।
दावा: स्ट्रॉबेरी में मौजूद मैलिक एसिड (malic acid) दांतों को सफेद करता है।
सच: स्ट्रॉबेरी में मैलिक एसिड होता है, जो दांतों की ऊपरी सतह पर लगे दाग को थोड़ा-बहुत हटा सकता है।
लेकिन इसका असर बहुत ही मामूली और कुछ समय के लिए ही होता है।
खतरा: स्ट्रॉबेरी में एसिड और चीनी दोनों होती हैं, जो दांतों के लिए बहुत खराब हैं।
इसके साथ बेकिंग सोडा मिलाकर पेस्ट बनाने से खुरदुरापन और बढ़ जाता है, जिससे दांतों का इनेमल खराब हो सकता है।
नारियल का तेल (Oil Pulling)
ऑयल पुलिंग, जिसमें नारियल तेल को मुँह में कुछ देर तक घुमाया जाता है, सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन यह दांतों को सफेद नहीं करती।
दावा: ऑयल पुलिंग दांतों को सफेद और स्वस्थ बनाती है।
सच: ऑयल पुलिंग से बैक्टीरिया और प्लाक (plaque) कम हो सकते हैं, जिससे मुँह की सेहत बेहतर होती है।
यह मुँह को साफ रखता है, लेकिन इससे दांतों का रंग नहीं बदलता।
खतरा: ऑयल पुलिंग का कोई सीधा नुकसान नहीं है, लेकिन यह सिर्फ़ एक मिथक है।
लोग इसके चक्कर में डेंटिस्ट के पास जाना और सही टूथपेस्ट इस्तेमाल करना छोड़ देते हैं, जो लंबे समय में दांतों के लिए हानिकारक है।
दांतों का इनेमल क्यों है इतना ज़रूरी? (Why Is Tooth Enamel So Important?)
आपके दांतों का इनेमल (enamel) ही उनका असली कवच है।
यह सबसे बाहरी और सबसे सख्त परत है जो दांतों को हर तरह के नुकसान से बचाती है।
यह दांतों को गरम और ठंडी चीजों से होने वाली सेंसिटिविटी (sensitivity) से भी बचाता है।
एक बार जब इनेमल घिसना शुरू हो जाता है, तो यह वापस नहीं बढ़ता।
जब इनेमल पूरी तरह से घिस जाता है, तो उसके नीचे का पीला हिस्सा, जिसे डेंटिन (dentin) कहते हैं, दिखने लगता है।
यही वजह है कि खुरदुरे या एसिडिक नुस्खों से दांत और ज़्यादा पीले दिख सकते हैं।
तो फिर दांतों को सुरक्षित तरीके से कैसे सफेद करें? (How to Whiten Your Teeth Safely?)
अगर आप सच में अपने दांतों को सफेद करना चाहते हैं, तो सुरक्षित और वैज्ञानिक तरीकों का इस्तेमाल करें।
व्हाइटनिंग टूथपेस्ट (Whitening Toothpaste): ये टूथपेस्ट बहुत ही हल्के होते हैं और दाग को रगड़कर धीरे-धीरे साफ करते हैं।
व्हाइटनिंग स्ट्रिप्स (Whitening Strips): ये ओवर-द-काउंटर (over-the-counter) मिलती हैं और इनमें हाइड्रोजन पेरोक्साइड (hydrogen peroxide) होता है जो दाग को हटाता है।
डेंटिस्ट की मदद: सबसे सुरक्षित और प्रभावी तरीका है कि आप डेंटिस्ट से मिलें।
डेंटिस्ट प्रोफेशनल ब्लीचिंग ट्रीटमेंट (professional bleaching treatment) देते हैं जो बहुत तेज़ी से और सुरक्षित रूप से काम करता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले ‘हैक’ भले ही लुभावने लगें, लेकिन वे आपके दांतों को हमेशा के लिए नुकसान पहुँचा सकते हैं।
दांतों की सेहत एक बहुत ही ज़रूरी चीज़ है, इसलिए अपनी मुस्कान को बचाने के लिए इन झूठे नुस्खों से बचें और हमेशा किसी प्रोफेशनल की सलाह लें।
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग पोस्ट केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखी गई है और इसे किसी भी तरह से डॉक्टरी सलाह नहीं माना जाना चाहिए।
इसमें दी गई जानकारी सामान्य ज्ञान और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्रोतों पर आधारित है।
किसी भी स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले पेशेवर डॉक्टरी सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है।
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