कई लोग डाइट और एक्सरसाइज़ शुरू करने के बाद उम्मीद करते हैं कि वज़न हर हफ़्ते बढ़ेगा।
लेकिन अगर लगातार दो हफ़्ते तक वज़न में कोई बदलाव न दिखे तो क्या यह चिंता की बात है?
दो हफ़्तों तक वज़न न बढ़ना सामान्य है।
वज़न बढ़ाने की प्रक्रिया धीरे होती है और इसमें कई फैक्टर जैसे डाइट, नींद, स्ट्रेस और एक्टिविटी लेवल असर डालते हैं।
घबराने के बजाय सबसे पहले अपनी कैलोरी इन्टेक और आदतों की समीक्षा करना ज़रूरी है।
Practical Tips
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कैलोरी चेक करें
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रोज़ाना क्या खा रहे हैं इसे food diary या ऐप में ट्रैक करें।
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अगर टार्गेट से कम कैलोरी ले रहे हैं तो +200–250 kcal/day जोड़ें।
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प्रोटीन और स्नैकिंग
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हर मील में प्रोटीन (दाल, अंडा, पनीर, चिकन)।
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मील्स के बीच हेल्दी स्नैक जैसे नट्स, दही।
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नींद और स्ट्रेस
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7–8 घंटे नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट (योग, मेडिटेशन) ज़रूरी।
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Patience रखें
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2 हफ़्ते stagnation के बाद भी कोशिश जारी रखें। असर 3–4 हफ़्तों में साफ़ दिखता है।
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यानि दो हफ़्ते तक वज़न न बढ़ना असफलता नहीं, बल्कि रूटीन को fine-tune करने का संकेत है।
👉 क्या आपने भी कभी वज़न बढ़ाने की कोशिश में हफ़्तों तक कोई फर्क नहीं देखा? आपने क्या बदलाव किए?
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और शिक्षा के उद्देश्य से है। यह चिकित्सकीय सलाह, निदान या इलाज का विकल्प नहीं है।
अपनी ज़रूरत और स्वास्थ्य की स्थिति के अनुसार डॉक्टर/पंजीकृत डायटीशियन से परामर्श लें।
References
https://www.mayoclinic.org/healthy-lifestyle/weight-loss/in-depth/weight-loss-plateau/art-20044615
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