बैठे-बैठे अचानक कान में “टिंग-टिंग” या “भिन-भिन” जैसी आवाज़ सुनाई देती है, जबकि आस-पास बिल्कुल शांति होती है।

इसे अक्सर लोग कान बजना या टिनिटस (Tinnitus) कहते हैं।

आइए जानते हैं यह क्यों होता है।

A person sits in a quiet room, thoughtfully tilting their head and touching their ear, as faint ethereal sound waves appear near their ear, representing the internal "ting-ting" sound of tinnitus.

🔬 असली वजह – नसों और ध्वनि की गड़बड़ी

हमारे कानों में हजारों बारीक नसें और बारीक रोएँ जैसी कोशिकाएँ (hair cells) होती हैं।

ये बाहरी आवाज़ को पकड़कर दिमाग़ तक भेजती हैं।

कभी-कभी बिना किसी बाहरी आवाज़ के ये कोशिकाएँ खुद सक्रिय हो जाती हैं।

नतीजा → कान में अचानक “टिंग-टिंग” की ध्वनि सुनाई देती है।

🕑 कब ज़्यादा महसूस होता है?

बहुत ज़्यादा शांति में।

थकान, तनाव या नींद की कमी में।

बहुत तेज़ आवाज़ (लाउड म्यूज़िक, पटाखे आदि) सुनने के बाद।

⚠️ कब चिंता करनी चाहिए?

अगर आवाज़ बार-बार और लंबे समय तक आती है।

अगर इसके साथ सुनाई देने में कमी या चक्कर भी हो।

अगर केवल एक कान में लगातार आवाज़ बनी रहे।

इन हालातों में यह कान की बीमारी या नसों की समस्या का संकेत हो सकता है।

🚫 भ्रांति का सच

लोग मानते हैं कि कान बजना = “कोई हमें याद कर रहा है।” 😅

सच यह है कि यह सिर्फ़ एक मज़ाक या मान्यता है।

असली कारण है – कान की नसों और कोशिकाओं का असामान्य सक्रिय होना।

✅ झटपट नतीजा

  1. कान बजना ज़्यादातर सामान्य और अस्थायी होता है।

  2. यह शांति, थकान या तेज़ आवाज़ के बाद ज़्यादा महसूस होता है।

  3. लगातार हो तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

🌀 तीन आसान चरणों में “कान में टिंग-टिंग”

  1. कान की नसें अचानक सक्रिय हुईं।

  2. बिना आवाज़ के ध्वनि का अनुभव हुआ।

  3. महसूस हुआ → “टिंग-टिंग।”

नतीजा: यह सामान्य है, पर अगर बार-बार हो तो जाँच कराना ज़रूरी है।

छोटी सलाह:

बहुत तेज़ आवाज़ से कानों को बचाएँ।

तनाव और थकान कम करें।

अगर समस्या लगातार हो तो ईएनटी विशेषज्ञ से मिलें।