कभी सुबह उठकर आईने में देखें तो जीभ पर सफेद परत जमी हुई मिलती है।
कई बार यह बदबू भी करती है।
लेकिन आखिर ऐसा क्यों होता है? आइए जानते हैं।
Table of Contents
🔬 असली वजह – बैक्टीरिया और मृत कोशिकाएँ
जीभ की सतह पर छोटे-छोटे पैपिला (Papillae) होते हैं।
इनमें भोजन के कण, मृत कोशिकाएँ और बैक्टीरिया फँस जाते हैं।
जब ये ज़्यादा जमा हो जाते हैं तो जीभ पर सफेद परत दिखने लगती है।
🕑 कब ज़्यादा होती है?
सुबह उठने पर (क्योंकि रातभर लार कम बनती है)।
मुँह की सफाई ठीक से न करने पर।
धूम्रपान और शराब पीने वालों में।
बुखार, डिहाइड्रेशन या एंटीबायोटिक दवाइयाँ लेने पर।
⚠️ कब चिंता करनी चाहिए?
अगर जीभ पर परत मोटी हो और हटे नहीं।
अगर साथ में जलन, दर्द या बदबू बहुत ज़्यादा हो।
यह फंगल इंफेक्शन (Oral thrush) या पाचन की गड़बड़ी का संकेत हो सकता है।
🚫 भ्रांति का सच
कई लोग सोचते हैं कि जीभ पर सफेद परत = पेट की गंदगी।
सच यह है कि इसका पेट से सीधा संबंध नहीं, बल्कि मुँह की सफाई और बैक्टीरिया से ज़्यादा जुड़ाव है।
✅ झटपट नतीजा
-
जीभ पर सफेद परत बैक्टीरिया, भोजन और मृत कोशिकाओं से बनती है।
-
यह सामान्य है और मुँह की सफाई से ठीक हो सकती है।
-
लगातार बनी रहे तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है।
🌀 तीन आसान चरणों में “जीभ पर सफेद परत”
-
लार कम हुई/सफाई नहीं हुई।
-
कण + बैक्टीरिया जमा हुए।
-
जीभ पर परत दिखी।
नतीजा: यह सामान्य है, लेकिन लगातार हो तो डॉक्टर को दिखाएँ।
छोटी सलाह
रोज़ाना जीभ साफ़ करने के लिए टंग क्लीनर का इस्तेमाल करें।
खूब पानी पिएँ और मुँह को सूखने न दें।
धूम्रपान और शराब से बचें।