सोचिए… गहरी नींद में हैं और सपना आता है → आप अपने बॉस, पड़ोसी या किसी अजीब-से इंसान के साथ रोमांस कर रहे हैं! 😳

नींद खुलते ही लगे → “हे भगवान! मैं पागल हूँ क्या?” 😂

लेकिन घबराइए मत – यह नॉर्मल है।

Person sitting on bed, contemplative mood.

🔬 असली वजह – “सबकॉन्शियस माइंड”

नींद में हमारा सबकॉन्शियस माइंड एक्टिव रहता है।

यह उन चेहरों और लोगों को उठा लेता है जिनसे आप रोज़ाना मिलते हैं या जिन्हें देखते हैं।

सपने में ये चेहरे किसी भी रोल में आ सकते हैं – चाहें आप उन्हें रोमांटिक न मानते हों।

🧠 दिमाग़ का “रैंडम कास्टिंग”

सपनों में दिमाग़ ऐसे काम करता है जैसे “फिल्म का डायरेक्टर।”

कभी-कभी वह आपके बॉस, पड़ोसी या पुराने दोस्त को भी “एक्ट्रा रोल” दे देता है।

इसका मतलब यह नहीं कि आप उनके बारे में वैसा सोचते हैं।

 फ़नी सिचुएशन

सपना देखा कि बॉस के साथ रोमांस हो रहा है और सुबह ऑफिस जाते ही आँखें नीची। 🙈😂

या फिर पड़ोसी को देखकर लगे → “ओह नो! सपना सीक्रेट ही रहे।”

🚫 भ्रांति का सच

कई लोग सोचते हैं कि “अगर सपने में किसी के साथ सेक्स हो गया तो असल में भी मैं उसे चाहता हूँ।”

 सच यह है कि सपना सिर्फ़ रैंडम इमेजेस और मेमोरी मिक्सिंग है, असल फीलिंग नहीं।

झटपट नतीजा

  1. सबकॉन्शियस माइंड एक्टिव।

  2. रैंडम चेहरे उठाए।

  3. नतीजा → अजीब सेक्स सपने।

तीन आसान चरणों में “Dream Casting”

  1. नींद में दिमाग़ रिफ्रेश मोड।

  2. यादों का रैंडम मिक्स।

  3. सपनों में अजीब लोग।

नतीजा: सेक्स के सपनों में अजीब लोग आना नॉर्मल है – यह दिमाग़ का “रैंडम मूवी प्रोजेक्शन” है, न कि आपकी असली ख्वाहिश।

छोटी सलाह

ऐसे सपनों पर गिल्ट न लें, ये पूरी तरह नेचुरल हैं।

अगर बार-बार परेशान करने वाले सपने आएँ तो रिलैक्सेशन और स्लीप हाइजीन पर ध्यान दें।