“खाना खाने के बाद सीने में जलन, खट्टी डकार, मुँह तक खट्टा पानी आना – क्या ये आम बात है या कोई बीमारी का संकेत?
लोग अक्सर इसे छोटी-मोटी दिक़्क़त समझकर अनदेखा कर देते हैं, पर बार-बार होने वाली एसिडिटी पेट और भोजन नली दोनों को नुकसान पहुँचा सकती है।”
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पहले जानिए सामान्य स्थिति (Normal Physiology )
हमारा पेट एक मिट्टी का हांडी जैसा है। इसमें खाना डालते ही तेज़ाबी रस (acid) बनता है जो भोजन को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ता है।
अगर acid ठीक मात्रा में बने तो digestion सही रहता है।
लेकिन अगर acid ज़्यादा बनने लगे या गलत समय पर ऊपर की ओर आने लगे → जलन और खट्टी डकार शुरू हो जाती है।
यानी समस्या acid बनने में नहीं, acid के imbalance में है।
एसिडिटी क्यों होती है? (Causes)
ज़्यादा मसालेदार और तैलीय खाना
देर रात खाना और तुरंत लेट जाना
बार-बार चाय, कॉफी, cold drinks
शराब और smoking
लंबे समय तक painkiller लेना
मोटापा और stress
कुछ लोगों में पेट और भोजन नली के बीच की वाल्व (gate) ढीली हो जाती है → acid ऊपर आने लगता है (GERD)।
लक्षण (Symptoms)
सीने में जलन
खट्टी डकार
गले में खराश या खट्टा स्वाद
पेट भारी लगना
बार-बार डकार आना
अगर लंबे समय तक रहे तो खाँसी, गला बैठना और निगलने में दिक़्क़त भी हो सकती है।
कब समझें कि यह सिर्फ साधारण नहीं है? (Red flag signs)
बार-बार उल्टी होना
खून की उल्टी या काला मल
वजन तेज़ी से घटना
खाना निगलने में तकलीफ़
ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
इलाज कैसे होता है? (Treatment)
(a) Lifestyle सुधार
मसालेदार और तैलीय खाना कम करें
खाना खाने के तुरंत बाद न लेटें (कम से कम 2–3 घंटे बाद सोएँ)
छोटे-छोटे हिस्सों में खाना खाएँ
वजन नियंत्रित रखें
alcohol और smoking छोड़ें
stress कम करने के लिए योग / ध्यान करें
(b) दवाएँ
Antacid (जैसे Digene, Gelusil) – तुरंत राहत देते हैं
PPI (जैसे Pantoprazole, Omeprazole) – acid बनने से रोकते हैं
H2 blocker (जैसे Famotidine) – acid production कम करते हैं
कौन-सी दवा और कितने समय तक लेनी है, यह केवल डॉक्टर तय करेंगे।
अगर इलाज न किया जाए तो क्या हो सकता है? (Complications)
पेट में ulcer
भोजन नली में चोट (esophagitis)
खाना निगलने में तकलीफ़
लंबे समय में cancer का खतरा
यानी बार-बार होने वाली एसिडिटी को “साधारण” मानकर टालना सही नहीं।
जाँच (Tests)
डॉक्टर आमतौर पर ये जाँचें लिख सकते हैं:
एंडोस्कोपी – पेट और भोजन नली की अंदरूनी स्थिति देखने के लिए
एच. पाइलोरी जाँच (H. pylori test) – बैक्टीरिया की वजह से ulcer है या नहीं
ब्लड और मल की जाँच – खून की कमी या छुपे हुए खून का पता लगाने के लिए
इन जाँचों का मक़सद यह समझाना है कि दवा से राहत मिल सकती है, पर असली कारण ढूँढना और इलाज करना ज़रूरी है।
बचाव (Prevention tips)
समय पर और हल्का खाना खाएँ
रात को सोने से 3 घंटे पहले तक भारी खाना न लें
तंग कपड़े न पहनें
नियमित व्यायाम करें
पानी पर्याप्त मात्रा में पिएँ
Also Read
पेट का अल्सर (Ulcer in Stomach) – घाव जो नज़र नहीं आता
Endoscopy (एंडोस्कोपी) – पेट के अंदर झाँकने वाला सुरक्षित टेस्ट
H. pylori Test (एच. पाइलोरी टेस्ट) – पेट के बैक्टीरिया की सटीक पहचान
Lifestyle और Diet in Acidity (एसिडिटी में जीवनशैली और आहार)
Gas और Acidity – क्या ये दोनों एक ही हैं? (Gas aur Acidity – Kya ye dono ek hi hain?)
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. क्या दूध पीने से एसिडिटी ठीक हो जाती है?
थोड़ी राहत मिल सकती है, पर यह स्थायी इलाज नहीं है।
Q2. क्या एसिडिटी और heart problem एक जैसे लग सकते हैं?
हाँ, दोनों में सीने में दर्द होता है। अगर दर्द तेज़ है या सांस फूल रही है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ।
Q3. क्या बार-बार antacid लेना सही है?
नहीं, इससे असली कारण छुप सकता है।
Q4. क्या तनाव (stress) भी acidity बढ़ाता है?
हाँ, तनाव से acid production बढ़ जाता है।
Q5. क्या एसिडिटी से cancer हो सकता है?
लंबे समय तक untreated acidity भोजन नली को नुकसान पहुँचाती है और cancer का खतरा बढ़ा सकती है।
Q6. क्या बच्चों को भी acidity हो सकती है?
हाँ, पर कारण अलग हो सकते हैं। बच्चों में हमेशा डॉक्टर से जाँच कराएँ।
Q7. क्या खाना छोड़ने से acidity कम होती है?
उल्टा, खाली पेट भी acid बनता है। बेहतर है छोटे-छोटे हिस्सों में खाना खाएँ।
Q8. क्या योग मदद करता है?
हाँ, विशेषकर प्राणायाम और ध्यान stress कम करते हैं और लक्षण घटते हैं।
Q9. क्या pregnancy में acidity ज़्यादा होती है?
हाँ, pregnancy में hormones और uterus के दबाव से acidity बढ़ जाती है।
Q10. क्या हमेशा दवा लेनी पड़ती है?
नहीं, lifestyle सुधार के साथ कई लोगों में दवा की ज़रूरत कम हो जाती है।
Disclaimer (अस्वीकरण)
“यह जानकारी केवल शिक्षा के लिए है।
किसी भी दवा या इलाज की शुरुआत, बदलाव या बंद करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।”
References (स्रोत)
[…] Acidity / GERD (एसिडिटी / जीईआरडी) – पेट में जलन औ… […]
[…] Acidity / GERD (एसिडिटी / जीईआरडी) – पेट में जलन औ… […]