“खांसी हुई और तुरंत medical store से syrup ले लिया – यह भारत में बहुत आम बात है।

पर क्या आप जानते हैं, खांसी की दवा का गलत इस्तेमाल आपके liver, brain और यहां तक कि जीवन के लिए भी खतरा बन सकता है?”

A parent gently holds a child's hand while the child lies looking unwell, with blurred medicine bottles in the background, conveying care and concern

जब बच्चा बीमार हो, तो माता-पिता की चिंता स्वाभाविक है। लेकिन इस नाजुक समय में सही जानकारी और सावधानी ही आपके बच्चे का सबसे बड़ा कवच है।

क्यों होता है गलत इस्तेमाल?

Self-medication (खुद से दवा लेना) – “पिछली बार ये syrup लिया था, अब भी वही ले लेता हूँ।”

Over-the-counter आसानी से मिलना – भारत में बिना prescription कई syrups मिल जाते हैं।

Children में parents की जल्दबाज़ी – बिना डॉक्टर दिखाए syrup देना।

Misuse as नशा – कुछ किशोर और युवा cough syrup को नशे की तरह use करते हैं क्योंकि ज्यादा मात्रा में यह brain को slow कर देता है।

Cough Syrups में क्या होता है?

ज्यादातर syrups में combination होता है –

Dextromethorphan → खांसी दबाने के लिए

Antihistamine (जैसे Chlorpheniramine) → allergy कम करने के लिए

Codeine (कुछ syrups में) → खांसी दबाने के लिए, पर नशे की संभावना

Expectorant (जैसे Guaifenesin, Ambroxol) → बलगम निकालने के लिए

👉 मतलब हर syrup अलग है। गलत खांसी में गलत syrup लेने से फायदा नहीं, नुकसान ज़्यादा।

गलत इस्तेमाल से होने वाले खतरे

(a) बच्चों में खतरा

नींद आना, सांस धीमी होना

ज़्यादा dose से बेहोशी तक

छोटे बच्चों (2 साल से कम) में मौत तक हो सकती है

(b) बड़ों में खतरा

Liver और kidney पर असर

ज्यादा dose से brain पर असर → hallucination, चक्कर, बेहोशी

Codeine वाले syrups की लत (addiction)

Constipation और मूत्र रुकना

(c) Drug interactions

नींद की दवा, alcohol या depression की दवा के साथ लेने पर serious reactions

खासकर Dextromethorphan + antidepressants → serotonin syndrome (बहुत खतरनाक)

हाल की घटना – राजस्थान में बच्चों की मौत

राजस्थान के सीकर और भरतपुर में cough syrup पीने के बाद कई बच्चों की मौत की खबरें आईं।

सरकार ने तुरंत उन दवाओं को market से हटाया और Drug Controller को निलंबित किया।

भारत सरकार (DGHS) ने advisory जारी की:

2 साल से छोटे बच्चों को cough syrup न दें

बच्चों में सिर्फ “rational use” करें, यानी जरूरत और डॉक्टर की सलाह पर ही

यह घटना बताती है कि गलत और uncontrolled use कितना खतरनाक हो सकता है।

Common myths (गलत धारणाएँ)

Myth 1: हर खांसी में syrup ज़रूरी है।
 सच: Dry cough, Wet cough और Allergic cough अलग होते हैं। हर खांसी में syrup नहीं चाहिए।

Myth 2: बच्चों को half dose दे दें, safe रहेगा।
सच: बच्चों के लिए formula और dose अलग होती है। adult syrup का half dose भी खतरनाक हो सकता है।

Myth 3: ज्यादा syrup लेने से जल्दी फायदा होगा।
 सच: ज्यादा dose → ज्यादा खतरा। फायदा नहीं, नुकसान होगा।

Patient के लिए Safety Rules

✅ क्या करें

हमेशा खांसी का कारण समझें (dry, wet, allergic)।

डॉक्टर या qualified health worker की सलाह से ही syrup लें।

बच्चों में syrup कभी भी खुद से न दें।

दवा लेने से पहले label पढ़ें – composition, expiry date।

❌ क्या न करें (DON’Ts)

खुद से बार-बार syrup बदलना या repeat करना।

बलगम वाली खांसी में cough suppressant syrup।

बच्चों को adult syrup देना।

Alcohol या नींद की दवा के साथ syrup लेना।

ज्यादा dose लेना।


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कब तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ?

खांसी 3 हफ्ते से ज्यादा रहे

खून की खांसी

तेज बुखार और सांस लेने में तकलीफ

बच्चों में खांसी के साथ नींद ज़्यादा आना या सांस धीमी होना

Disclaimer (अस्वीकरण)

“यह जानकारी केवल शिक्षा के लिए है। दवा का चुनाव और खुराक हमेशा डॉक्टर तय करते हैं। बच्चों में cough syrup का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना न करें।”

References (स्रोत)