आज, 11 अक्टूबर 2025 को, Google ने होमपेज पर एक ख़ास Doodle लगाया है — जिसका शीर्षक है “Celebrating Idli”।
इस Doodle में “Google” शब्द को इडली, चटनी, सांबर, इडली के बर्तन आदि से रूपांतरित करके दिखाया गया है — जैसे कि हर अक्षर में इडली बनाने या परोसने की स्टेज छिपी हो।
Google का कहना है कि यह किसी विशेष तिथि या जन्मदिन का जश्न नहीं है, बल्कि ये एक सांस्कृतिक श्रद्धांजलि है — यानी इडली को एक “लोकप्रिय और प्रिय व्यंजन” के रूप में सम्मान देना।
यह देखकर अच्छा लगता है कि भारत के “साधारण लेकिन स्वादिष्ट” व्यंजन को इतनी बड़ी प्लेटफ़ॉर्म पर जगह मिली है।
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इडली — स्वाद का साथ सेहत का साथी
इडली सिर्फ स्वादिष्ट नहीं है — यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। नीचे कुछ प्रमुख स्वास्थ्य लाभ हैं, और पीछे की तर्क भी कि ये कैसे संभव हैं:
1. हल्का और कम वसा (Low Fat)
इडली को भाप में पकाया जाता है, तला नहीं जाता। इसलिए इसमें अतिरिक्त तेल या वसा नहीं रहती।
इस कारण, यह दिल और वज़न नियंत्रण के दृष्टिकोण से अच्छा विकल्प है।
2. किण्वन (Fermentation) — पाचन और पोषण बढ़ाने वाला
इडली के बैटर को सूखे चावल और उड़द की दाल से मिलाकर खमीर (fermentation) किया जाता है।
इस प्रक्रिया से बैटर में मौजूद विटामिन्स और खनिजों की जैवउपलब्धता (bioavailability) बढ़ जाती है — यानी शरीर उन्हें बेहतर तरीके से उपयोग कर पाता है।
साथ ही, यह बैक्टीरिया (probiotics) का भी समर्थन करता है, जो आंतों के “अच्छे बैक्टीरिया” — यानी gut microbiome — को मजबूत बनाते हैं।
पाचन आसान हो जाता है — क्योंकि किण्वन कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन को पहले से टूटने में मदद करता है, जिससे पेट को मेहनत कम करनी पड़ती है।
3. फाइबर और संतुष्टि (Fibre & Satiety)
इडली में दाल सहित अनाज का मिश्रण होने के कारण फाइबर सामग्री अच्छी होती है।
यह पेट को लंबे समय तक भरा महसूस कराने में मदद करता है, जिससे भूख जल्दी नहीं लगती और अनावश्यक स्नैकिंग कम हो सकती है।
4. वजन नियंत्रण में सहायक
उपरोक्त गुण — कम कैलोरी, कम वसा, अधिक फाइबर, पाचन में सहायक — ये सब मिलकर इडली को एक अच्छा “वजन-नियंत्रण” आहार विकल्प बनाते हैं।
कई स्वास्थ्य लेख बताते हैं कि इडली एक “वजन घटाने वाला” फ़ूड ऑप्शन हो सकता है।
5. आयरन और अन्य पोषक तत्व
इडली में उड़द की दाल होने से वह प्रोटीन और आयरन का स्रोत भी है।
कुछ लेखों का दावा है कि नियमित इडली खाने से पुरुष एवं महिलाओं की डेली आयरन ज़रूरतों के कुछ हिस्से पूरे हो सकते हैं।
6. ग्लूटेन-रहित (Gluten-Free)
चावल और उड़द की दाल से बनने वाले मिश्रण में गेहूं या ग्लूटेन नहीं होता है, इसलिए यह स्वाभाविक रूप से ग्लूटेन-फ्री है।
इसलिए ग्लूटेन असहिष्णुता (gluten intolerance) वाले लोगों के लिए यह एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है।
7. ऊर्जा का स्रोत
इडली में कार्बोहाइड्रेट (चावल से) और प्रोटीन (दाल से) दोनों होते हैं। इसलिए यह शरीर को ऊर्जा देती है, खासकर सुबह के वक्त।
अगर इसे अच्छी मात्रा और संतुलित तरीके से खाया जाए, तो यह ठहराव प्रदान करती है — न ज़्यादा मीठी थकावट, न अचानक ऊर्जा का गिरना।
8. रोग-प्रतिरोधक क्षमता (Immunity Support)
किण्वन और अच्छे आंत स्वास्थ्य के कारण, इडली खाने से प्रतिरक्षा (immune system) को भी लाभ हो सकता है।
जब आंत स्वास्थ्य बेहतर हो, तो हमारा शरीर संक्रमणों और बीमारियों से लड़ने की अधिक क्षमता रखता है।
कुछ व्यवहारिक सुझाव (Tips)
अच्छी तरह किण्वन करें: यदि बैटर पूरी तरह से फूंली और हल्की खट्टी खुशबू दे, तो वो बेहतर पचने वाला होगा।
चटनी / सांबर में पोषक तत्व जोड़ें: नारियल, चना, तिल, सब्जियाँ आदि मिलाकर।
इडली के वैरिएशन आजमाएँ: जैसे रागी इडली, सब्ज़ी इडली आदि — जिससे पोषण और स्वाद दोनों बढ़े।
अति मत करो: जैसे किसी भी चीज़ में — मात्रा संतुलित होनी चाहिए।
अलग अनाज / दाल मिलाएं: मूंग, चना या बाजरा आदि मिलाकर पोषण बढ़ा सकते हैं।
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