बरसात का मौसम आते ही एक बीमारी का नाम हर गली–मोहल्ले में गूँजने लगता है — डेंगू।
किसी घर में बच्चा हल्के बुखार से परेशान है।
कहीं कोई बुज़ुर्ग प्लेटलेट रिपोर्ट देखकर घबराए बैठे हैं।
गर्भवती महिला और उसका परिवार सोच रहा है – “अब क्या करें?”
असलियत यह है कि डेंगू काबू में आने वाली बीमारी है, बशर्ते समय पर सही जानकारी और सावधानी रखी जाए।
हमने इस पूरी सीरीज़ में डेंगू के अलग–अलग पहलुओं को विस्तार से समझाया है।
इस लेख में हम आपको एक पूरी झलक देंगे, और जहाँ ज़रूरत होगी, वहाँ आपको उसी विषय पर लिखे विस्तृत लेख की ओर इशारा करेंगे।
Table of Contents
1. डेंगू कैसे फैलता है?

“हर गली–मोहल्ले की सफाई = डेंगू की चेन तोड़ने का सबसे आसान तरीका।”
डेंगू फैलाने वाला मच्छर है एडीज़ एजिप्टी।
यह दिन में काटता है — सूर्योदय के 2 घंटे बाद और सूर्यास्त से 2 घंटे पहले सबसे ज्यादा सक्रिय होता है।
कूलर, गमले, टंकी, पुराने टायर में जमा साफ़ पानी इसका breeding ground है।
👉 इस पर हमने detail में बताया है कि क्यों हर हफ़्ते सफाई ज़रूरी है और मच्छर किस समय काटते हैं।
2. डेंगू के लक्षण
अचानक तेज़ या कभी–कभी हल्का बुखार
शरीर में दर्द, सिरदर्द, आँखों के पीछे दर्द
उल्टी, भूख न लगना
Skin पर लाल चकत्ते
Platelets गिरना
3. टेस्ट कब और कौन सा सही है?
NS1 टेस्ट → बुखार के पहले 5 दिन में
IgM टेस्ट → 6वें दिन से 10वें दिन तक
Platelet count → केवल severity देखने के लिए, diagnosis के लिए नहीं
👉 इस पर confusion बहुत है। हमने पूरा लेख लिखा है — डेंगू टेस्ट कब करवाएँ और कौन सा सही है।
4. Platelets का सच
डेंगू का सबसे डरावना पहलू platelets को लेकर है।
Platelets गिरना normal है, लेकिन हर गिरावट खतरनाक नहीं।
50,000 तक count भी safe है अगर bleeding नहीं है।
Platelet transfusion सिर्फ़ count बहुत कम (10–20 हज़ार) और bleeding के साथ हो तभी ज़रूरी है।
👉 इस विषय को हमने विस्तार से समझाया है — डेंगू और Platelets का सच: कब घबराएँ, कब नहीं।
5. High Risk Groups: बच्चे, गर्भवती महिलाएँ और बुज़ुर्ग
बच्चे – dengue को जल्दी serious बना सकते हैं क्योंकि dehydration और shock तेज़ develop होता है। (Detail पढ़ें — बच्चों बनाम बड़ों में डेंगू का फर्क)
गर्भवती महिलाएँ – dengue माँ और बच्चे दोनों को प्रभावित कर सकता है। Delivery के समय bleeding का खतरा बढ़ जाता है। (Detail पढ़ें — डेंगू और गर्भवती महिलाएँ)
बुज़ुर्ग – immunity कमजोर और heart, kidney, diabetes जैसी बीमारियाँ dengue को खतरनाक बना देती हैं। (Detail पढ़ें — डेंगू और बुज़ुर्ग: अतिरिक्त खतरे और देखभाल)
6. घर पर देखभाल
Fluids बार–बार दें → ORS, नारियल पानी, सूप।
Fever control के लिए केवल paracetamol।
Aspirin या ibuprofen से बचें।
Doctor की सलाह से CBC monitoring करें।
Patient को पूरी तरह bed rest करवाएँ।
👉 Home care और hospital care का फर्क हमने practical tips के साथ अलग लेख में बताया है।
7. अस्पताल कब जाएँ?
👉 Warning signs:
लगातार उल्टी, तेज़ पेट दर्द
नाक/मसूड़ों से खून
बहुत कम पेशाब
अत्यधिक सुस्ती, confusion या बेहोशी
BP गिरना
👉 इन पर detail हमने लिखा है कि डेंगू में कब hospital जाना चाहिए।
8. Diet और Recovery
Dengue से recovery में weakness लंबी चल सकती है।
Protein और iron rich diet दें — दाल, पनीर, अंडा, हरी सब्ज़ियाँ, अनार, केला।
Fluids पर्याप्त मात्रा में लें, लेकिन heart/kidney patient डॉक्टर से पूछकर।
Recovery में patience रखें — अचानक energy वापस नहीं आती।
9. बचाव – सबसे बड़ा इलाज

“नगर निगम + अस्पताल + जागरूकता = डेंगू के खिलाफ मज़बूत ढाल।”
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घर और आस–पास पानी जमा न होने दें।
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हफ़्ते में एक दिन “सूखा दिवस” → कूलर, गमले, बाल्टी पूरी तरह खाली और सुखाएँ।
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Full sleeves कपड़े पहनें।
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Mosquito net और repellents का प्रयोग करें।
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समाज और सरकार मिलकर काम करें → सफाई, फॉगिंग, अस्पतालों की तैयारी।
👉 इस विषय पर हमने detail लिखा है — डेंगू से बचाव में समाज और सरकार की भूमिका।
10. समाज और परिवार की ज़िम्मेदारी
Platelet reports forward करने से ज्यादा ज़रूरी है मोहल्ले की सफाई।
WhatsApp नुस्ख़ों से ज्यादा असरकारक है doctor की सलाह।
Hospital care में देरी न करें।
Preventive steps को रोज़मर्रा की आदत बनाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1: क्या dengue हर बार खतरनाक होता है?
नहीं। अधिकतर case mild होते हैं, लेकिन सही समय पर पहचान न हो तो गंभीर हो सकता है।
Q2: Platelets कितने पर transfusion ज़रूरी है?
सिर्फ़ count बहुत कम (10–20 हज़ार) और bleeding के साथ हो तभी।
Q3: बच्चों में dengue के early संकेत क्या हैं?
हल्का fever, उल्टी, चिड़चिड़ापन, कमज़ोरी।
Q4: Pregnancy में dengue होने पर क्या करना चाहिए?
तुरंत hospital जाएँ और monitoring कराएँ। Vaginal bleeding या पेट दर्द को ignore न करें।
Q5: Dengue से बचने का सबसे आसान तरीका क्या है?
पानी जमा न होने देना और मच्छरों से बचाव।
निचोड़
डेंगू कोई रहस्यमयी बीमारी नहीं है।
👉 यह एक मच्छर जनित बुखार है, जिसे रोकना हमारे हाथ में है।
Symptoms पहचानिए।
सही समय पर test कराइए।
Platelets देखकर panic न कीजिए।
बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुज़ुर्गों पर extra ध्यान दीजिए।
घर और समाज की सफाई को अपनी जिम्मेदारी मानिए।
👉 याद रखिए:
“डेंगू को हराने का सबसे बड़ा हथियार है – जागरूकता, सफाई और समय पर सही कदम।”
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के लिए है।
यह डॉक्टर की सलाह या उपचार का विकल्प नहीं है।
किसी भी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में हमेशा योग्य चिकित्सक से व्यक्तिगत परामर्श लें।
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