थायरॉइड हमारे गले में मौजूद एक छोटी-सी ग्रंथि है, जो शरीर को चलाने के लिए ज़रूरी हार्मोन बनाती है।

जब यह ग्रंथि ज़रूरत से ज़्यादा हार्मोन बनाने लगती है, तो शरीर की रफ़्तार तेज़ हो जाती है।

इसी को हाइपरथायरॉइडिज़्म कहते हैं।

hyperthyroidism

क्यों ज़रूरी है समझना?

कई लोग अचानक दिल की धड़कन तेज़, वजन घटना, या पसीना ज़्यादा आना जैसी दिक़्क़तों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं।

लेकिन यह सब hyperthyroidism के संकेत हो सकते हैं।

अगर समय पर इलाज न हो तो यह दिल, हड्डियों और आँखों पर असर डाल सकता है।

सामान्य उदाहरण से समझें

थायरॉइड को एक कार की एक्सिलरेटर (accelerator) pedal समझ लीजिए।

जब pedal सही दबे → गाड़ी smooth चलती है।

लेकिन अगर pedal ज़्यादा दब जाए → गाड़ी तेज़ी से भागने लगेगी।

Hyperthyroidism में भी शरीर उसी तरह ज़्यादा तेज़ चलता है।

कारण (Causes)

  1. Graves’ रोग – शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) गलती से थायरॉइड को ज़्यादा काम करने पर मजबूर कर देती है।

  2. Toxic nodules (गाँठें) – जो ज़्यादा हार्मोन बनाने लगती हैं।

  3. Thyroiditis (सूजन) – infection या autoimmune कारण से।

  4. ज़्यादा आयोडीन या दवा – जैसे कुछ heart की दवाएँ।

 

लक्षण (Symptoms)

दिल की धड़कन तेज़ या धड़कन महसूस होना

वजन घटना (खाने के बाद भी)

घबराहट, चिड़चिड़ापन

हाथों में कंपन (काँपना)

नींद न आना

पसीना ज़्यादा आना

आँखों का बाहर आना (Graves’ रोग में)

महिलाओं में पीरियड अनियमित होना

मांसपेशियों में कमजोरी

जाँच (Diagnosis)

  1. थायरॉइड फंक्शन टेस्ट (TSH, T3, T4): मुख्य जाँच।

  2. एंटीबॉडी टेस्ट: Graves’ रोग confirm करने के लिए।

  3. अल्ट्रासाउंड या स्कैन: गाँठ या सूजन देखने के लिए।

 क्यों ज़रूरी है?

ताकि डॉक्टर यह तय कर सकें कि hyperthyroidism किस वजह से हो रहा है और कौन-सा इलाज सही रहेगा।

इलाज (Treatment)

Hyperthyroidism का इलाज कारण और स्थिति पर निर्भर करता है:

दवाएँ (जैसे Carbimazole, PTU): हार्मोन बनने की प्रक्रिया को रोकती हैं।

Radioactive iodine: थायरॉइड कोशिकाओं को धीरे-धीरे छोटा कर देता है।

Surgery: बहुत बड़े goitre या suspicious गाँठ में।

Beta-blocker दवाएँ: धड़कन तेज़ होने जैसे लक्षणों को कंट्रोल करती हैं।

जीवनशैली और सावधानियाँ

धूम्रपान बिल्कुल छोड़ दें।

संतुलित आहार लें, जिसमें पर्याप्त protein और vitamins हों।

बहुत ज़्यादा आयोडीन वाले supplements से बचें।

तनाव (stress) कम करने के लिए योग और ध्यान (meditation) करें।

जटिलताएँ (Complications)

अगर hyperthyroidism का इलाज न किया जाए तो:

दिल की धड़कन में गंभीर गड़बड़ी

हड्डियाँ कमज़ोर होना (osteoporosis)

नज़र पर असर (thyroid eye disease)

थायरॉइड स्टॉर्म (एक medical emergency)

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

  1. Hyperthyroidism क्या हमेशा ज़िंदगी भर रहता है?
     नहीं, कारण पर निर्भर करता है। दवा या इलाज से कंट्रोल हो सकता है।

  2. क्या hyperthyroidism से वजन हमेशा कम होता है?
     ज़्यादातर में हाँ, पर सबमें नहीं।

  3. क्या pregnancy में hyperthyroidism खतरनाक है?
     हाँ, इलाज ज़रूरी है, वरना माँ और बच्चे दोनों को खतरा हो सकता है।

  4. क्या hyperthyroidism से कैंसर होता है?
     नहीं, लेकिन nodules का जाँच ज़रूरी है।

  5. क्या ऑपरेशन ही इसका इलाज है?
     नहीं, पहले दवाएँ और radioactive iodine try किया जाता है।

  6. क्या hyperthyroidism में diet से फर्क पड़ता है?
     हाँ, ज़्यादा आयोडीन से बचना चाहिए।

  7. क्या यह बीमारी परिवार में भी चल सकती है?
     हाँ, खासकर Graves’ रोग।

  8. क्या यह बीमारी stress से बढ़ सकती है?
     हाँ, तनाव लक्षण बिगाड़ सकता है।

  9. क्या hyperthyroidism अपने आप ठीक हो सकता है?
     कुछ thyroiditis वाले cases अपने आप बेहतर हो सकते हैं।

  10. क्या hyperthyroidism का पूरा इलाज संभव है?
     हाँ, सही दवा और निगरानी से ज़्यादातर cases कंट्रोल या ठीक हो जाते हैं।

References (स्रोत)

Disclaimer (अस्वीकरण)

“यह जानकारी केवल शिक्षा के उद्देश्य से है। Hyperthyroidism का कारण और इलाज हर मरीज में अलग होता है। सही इलाज के लिए अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।”


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