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हाल ही में, फॉक्स न्यूज़ (Fox News) के जाने-माने एंकर जॉन रॉबर्ट्स को गंभीर मलेरिया होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उन्होंने बताया कि उन्हें पूरे शरीर में दर्द और बेकाबू कंपकंपी (uncontrolled shivering) महसूस हो रही थी।
रॉबर्ट्स का मानना है कि उन्हें यह बीमारी इंडोनेशिया में छुट्टियों के दौरान हुई थी।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि मलेरिया सिर्फ़ एक आम बुखार नहीं है, बल्कि यह एक जानलेवा बीमारी हो सकती है।
खासकर उन लोगों के लिए जो उन जगहों पर यात्रा करते हैं जहाँ यह बीमारी आम है।
इस ब्लॉग में हम मलेरिया के लक्षणों, इसके इलाज और सबसे ज़रूरी बात, यात्रा के दौरान इससे खुद का बचाव कैसे करें, इस पर विस्तार से जानेंगे।
Table of Contents
मलेरिया क्या है? (What is Malaria?)
मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो एक खास तरह के मच्छर के काटने से फैलती है।
इस बीमारी का कारण प्लाज्मोडियम (Plasmodium) नाम का एक परजीवी (parasite) होता है, जो संक्रमित मच्छर के काटने से हमारे शरीर में प्रवेश करता है।
यह परजीवी हमारे लिवर और रेड ब्लड सेल्स (लाल रक्त कोशिकाएँ) पर हमला करता है, जिससे तेज बुखार, कंपकंपी, और फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए, तो यह बीमारी जानलेवा हो सकती है।
मलेरिया के लक्षण (Symptoms of Malaria)
मलेरिया के लक्षण आमतौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के 10 से 15 दिन बाद दिखना शुरू होते हैं।
जॉन रॉबर्ट्स की तरह, शुरुआत में ये लक्षण फ्लू जैसे लग सकते हैं, जिससे इनकी पहचान करना मुश्किल हो सकता है।
सामान्य लक्षण
तेज बुखार: यह बुखार अक्सर एक निश्चित पैटर्न में आता है, जैसे कि कुछ घंटे के लिए बहुत तेज बुखार आना और फिर ठीक हो जाना।
ठंड लगना और कंपकंपी: मरीज़ को बहुत तेज ठंड लगती है, और शरीर बुरी तरह कांपने लगता है।
सिरदर्द और बदन दर्द: पूरे शरीर में दर्द और थकान महसूस होती है।
जी मिचलाना और उल्टी: कुछ लोगों को जी मिचलाने और उल्टी की शिकायत भी हो सकती है।
गंभीर लक्षण
बहुत ज़्यादा थकान (Extreme fatigue): बहुत ज़्यादा कमजोरी और थकान।
बेहोशी और दौरे पड़ना (Seizures and unconsciousness): कुछ मामलों में, मलेरिया दिमाग पर असर कर सकता है, जिससे दौरे पड़ सकते हैं।
सांस लेने में दिक्कत: फेफड़ों में पानी भर जाने से सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
यात्रा के दौरान मलेरिया से कैसे बचें? (How to Prevent Malaria While Traveling?)
मलेरिया से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप खुद को मच्छर के काटने से बचाएं। खासकर अगर आप ऐसे किसी देश या इलाके में जा रहे हैं जहाँ मलेरिया का खतरा है।
मच्छर के काटने से खुद का बचाव करें (Protect Yourself from Mosquito Bites)
कपड़ों का ध्यान रखें: शाम होने के बाद जब मच्छर सबसे ज़्यादा एक्टिव होते हैं, तो पूरी आस्तीन (full-sleeves) वाली शर्ट और पैंट पहनें।
मच्छर भगाने वाली क्रीम (Repellents): अपने शरीर के खुले हिस्सों पर मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएँ।
मच्छरदानी (Mosquito Net): अगर आप किसी ऐसे इलाके में हैं जहाँ मच्छरदानी उपलब्ध है, तो सोते समय उसका इस्तेमाल ज़रूर करें।
खिड़कियाँ और दरवाजे बंद रखें: अपने कमरे की खिड़कियाँ और दरवाज़े शाम के समय बंद रखें या उन पर जाली लगवाएँ।
डॉक्टर से सलाह लें और ‘कीमोप्रोफिलैक्सिस’ का इस्तेमाल करें (Consult a Doctor and Use Chemoprophylaxis)
कीमोप्रोफिलैक्सिस (Chemoprophylaxis) मलेरिया से बचाव का एक और ज़रूरी तरीका है।
आसान भाषा में, यह एक ऐसी दवा है जिसे मलेरिया प्रभावित इलाके में जाने से पहले, वहाँ रहते हुए और वहाँ से आने के बाद लिया जाता है।
कब लें? जब आप किसी ऐसे इलाके की यात्रा कर रहे हों जहाँ मलेरिया का खतरा ज़्यादा है, तो अपने डॉक्टर से बात करें। वे आपको सही दवा और उसे लेने का तरीका बताएंगे।
कैसे काम करता है? यह दवा आपके शरीर में मलेरिया परजीवी को बढ़ने से रोकती है।
कब तक लें? यह दवा यात्रा शुरू होने से कुछ दिन पहले, यात्रा के दौरान और यात्रा खत्म होने के कुछ हफ्ते बाद तक लेनी पड़ सकती है। यह दवा के प्रकार पर निर्भर करता है।
एक आम व्यक्ति के लिए समझना
डॉक्टर से सलाह लेना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि वे आपकी यात्रा की जगह, आपके स्वास्थ्य और दवा के संभावित साइड-इफेक्ट्स को ध्यान में रखकर ही कोई फैसला लेते हैं।
कुछ दवाएँ रोज़ लेनी पड़ती हैं, जबकि कुछ हफ्ते में एक बार।
इलाज: समय पर इलाज ही जीवन बचा सकता है (Treatment: Timely Treatment Can Save a Life)
अगर आपको मलेरिया के लक्षण दिखते हैं, खासकर अगर आप हाल ही में किसी ऐसे इलाके से यात्रा करके आए हैं,
तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ। देर करना जानलेवा हो सकता है।
जॉन रॉबर्ट्स को भी अस्पताल में आर्टेसुनट (artesunate) जैसी ‘बड़ी’ दवा दी गई, जो गंभीर मलेरिया के इलाज में काम आती है।
समय पर इलाज मिलने से वे अब ठीक हो रहे हैं। यह एक बहुत अच्छा सबक है कि मलेरिया को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए।
निष्कर्ष: यात्रा का आनंद, सुरक्षा के साथ (Conclusion: Enjoy Your Trip, with Safety)
जॉन रॉबर्ट्स की कहानी हमें सिखाती है कि मलेरिया कहीं भी हो सकता है, और यह सिर्फ़ एक छोटे-से बुखार की तरह नहीं है।
यात्रा का आनंद लेना अच्छी बात है, लेकिन अपनी सुरक्षा को कभी नहीं भूलना चाहिए।
मच्छर से खुद का बचाव करें, मलेरिया प्रभावित इलाकों में जाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, और अगर कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत इलाज कराएं।
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डिस्क्लेमर
यह ब्लॉग पोस्ट केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखी गई है और इसे किसी भी तरह से डॉक्टरी सलाह नहीं माना जाना चाहिए।
इसमें दी गई जानकारी सामान्य ज्ञान और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्रोतों पर आधारित है।
किसी भी तरह की दवा, डाइट या स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या के लिए हमेशा किसी सर्टिफाइड डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लें।
इस ब्लॉग में बताए गए उपाय हर व्यक्ति के लिए समान रूप से प्रभावी हों, यह ज़रूरी नहीं है।
किसी भी स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले पेशेवर डॉक्टरी सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है।