आजकल सोशल मीडिया पर एक नया स्किनकेयर ट्रेंड वायरल हो रहा है—Slugging।
इसमें लोग रात को अपने चेहरे पर मोटी परत में Vaseline या किसी ऑक्लूसिव (petrolatum based ointment) लगाकर सोते हैं।
सुबह स्किन “बेबी सॉफ्ट” और “ग्लोइंग” दिखती है।
लेकिन क्या यह ट्रेंड सच में सुरक्षित है, और खासकर इंडियन स्किन और क्लाइमेट के लिए? चलिए इसे आसान भाषा में समझते हैं।

Table of Contents
1) Slugging क्या है?
Slugging का मतलब है स्किन पर 100% petrolatum (जैसे Vaseline) की मोटी लेयर लगाना ताकि सारी नमी लॉक हो जाए।
यह कॉन्सेप्ट K-Beauty से आया, पर असल में यह पुरानी डर्मेटोलॉजी प्रैक्टिस है जिसे अब सोशल मीडिया ने नया नाम दिया है।
इसे “slugging” इसलिए कहते हैं क्योंकि Vaseline लगाने के बाद स्किन चमकदार और स्लिमी (slug जैसी) दिखती है।
2) साइंस के नज़रिए से
Petrolatum एक occlusive agent है, यानी यह स्किन पर परत बनाकर पानी को बाहर निकलने नहीं देता।
Studies के अनुसार, petrolatum 99% तक पानी की कमी रोक सकता है।
यह स्किन बैरियर रिपेयर में मदद करता है, खासकर ड्राय स्किन और एक्ज़िमा में।

3) फायदे
बैरियर रिपेयर: ड्राय और damaged skin के लिए बहुत फायदेमंद।
सर्दियों में मददगार: ठंडे/ड्राय मौसम में नमी बनाए रखने के लिए अच्छा।
सूटिंग इफ़ेक्ट: रैशेज़ या माइल्ड इरिटेशन वाली स्किन में आराम देता है।
4) रिस्क और साइड इफ़ेक्ट्स (खासकर इंडियन स्किन में)
❌ ऑयली/Acne-prone स्किन के लिए खतरा
Vaseline non-comedogenic है, पर इंडियन गर्म और ह्यूमिड क्लाइमेट में यह बहुत हेवी महसूस होती है।
पसीना और ऑयल के साथ मिलकर यह पिंपल्स बढ़ा सकती है।
❌ गर्मी में प्रॉब्लम
पेट्रोलाटम बहुत occlusive है, जिससे स्किन “सांस नहीं ले पाती” जैसा एहसास हो सकता है।
❌ हर रोज़ ज़रूरी नहीं
Healthy, balanced स्किन में रोज़ slugging करने की ज़रूरत नहीं है।
5) Teenagers/Gen Z के लिए सही या नहीं?
जिनकी स्किन ऑयली या acne-prone है, उन्हें slugging से बचना चाहिए।
Dry patches, eczema, या बहुत ड्राय स्किन वाले लोग इसे हफ्ते में 1–2 बार रात में कर सकते हैं।
Teenagers के लिए रोज़ slugging risk भरा है क्योंकि उनकी स्किन पहले ही हार्मोनल बदलाव से active रहती है।
6) सही तरीके से कैसे करें?
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रात को जेंटल क्लींजर से चेहरा धोएं।
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हल्का hydrating serum या मॉइस्चराइज़र लगाएँ।
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ऊपर से पतली लेयर में Vaseline/ointment लगाएँ।
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सुबह उठकर facewash ज़रूर करें।
📌 Important: केवल thin layer लगाएँ, बहुत मोटी परत लगाने की ज़रूरत नहीं।
7) इंडियन स्किन और क्लाइमेट के लिए Practical Tips
समर/ह्यूमिडिटी: Slugging avoid करें, इससे पसीना और breakouts बढ़ सकते हैं।
विंटर/ड्राई सिटी (जैसे दिल्ली की ठंड): हफ्ते में 1–2 बार helpful हो सकता है।
Dry spots (जैसे elbows, heels, cracked lips): Slugging बहुत effective है।
Acne-prone स्किन: Slugging से बचें; हल्के non-comedogenic moisturizers बेहतर हैं।
8) Final Takeaway
Slugging एक temporary glow और hydration देता है लेकिन यह हर स्किन टाइप और हर मौसम के लिए सही नहीं है।
Dry, eczema-prone स्किन: limited और targeted slugging फ़ायदेमंद।
Oily/Teenage acne-prone स्किन: avoid करें।
असली स्किन-हेल्थ अभी भी gentle cleanser + moisturizer + sunscreen पर निर्भर करती है।
Disclaimer
यह ब्लॉग केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। यह मेडिकल सलाह नहीं है। अगर आपको लगातार पिंपल्स, रैशेज़, स्किन एलर्जी या एक्ज़िमा जैसी समस्या है तो कृपया डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें।
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