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Triangle of Death’ क्या है और क्यों है यह इतना ख़तरनाक?
यह नाम भले ही डरावना लगे, पर इसे समझना बहुत ज़रूरी है।
‘Triangle of Death’ यानी ‘मौत का त्रिभुज’ आपके चेहरे पर एक खास इलाका है जो तीन पॉइंट्स से बनता है: आपकी नाक की जड़ (जहाँ नाक माथे से मिलती है),
और दोनों होंठों के कोने। इस त्रिभुज में आपकी नाक और ऊपरी होंठ का पूरा हिस्सा शामिल होता है।
इस इलाके को इतना खतरनाक इसलिए माना जाता है क्योंकि यहाँ की नसों (blood vessels) का नेटवर्क सीधे आपके दिमाग के पास मौजूद एक बड़े साइनस,
जिसे कैवर्नस साइनस (Cavernous Sinus) कहते हैं, से जुड़ा होता है।
हमारे शरीर की नसें आमतौर पर दिल की तरफ़ खून ले जाती हैं, लेकिन इस ख़ास इलाके की नसों में वाल्व (valves) नहीं होते जो खून के बहाव को नियंत्रित करें।
इसकी वजह से, अगर कोई संक्रमण (infection) इस जगह पर शुरू होता है, तो वह आसानी से और तेज़ी से दिमाग तक पहुँच सकता है।
जब आप इस इलाके में पिंपल को फोड़ते हैं, तो उसमें मौजूद बैक्टीरिया और गंदगी रक्तप्रवाह (bloodstream) में घुस जाती है।
यह एक दुर्लभ लेकिन जानलेवा स्थिति है जहाँ नस में खून का थक्का (blood clot) बन जाता है।
संक्रमण से होने वाले ख़तरे
मेनिनजाइटिस (Meningitis): दिमाग और रीढ़ की हड्डी के चारों ओर की झिल्लियों में सूजन।
ब्रेन एब्सेस (Brain Abscess): दिमाग में पस (pus) का बनना, जो दिमाग पर दबाव डालता है।
पैरालिसिस या स्ट्रोक: खून का थक्का जमने से दिमाग के कुछ हिस्सों में खून की सप्लाई रुक सकती है।
नज़रों को नुकसान: आँखों की नसों पर दबाव पड़ने से नज़रों पर भी असर हो सकता है।
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तो क्या करें अगर ‘Triangle of Death’ में पिंपल हो जाए?
यह सबसे ज़रूरी सवाल है। अगर आपको इस खास इलाके में पिंपल हो जाए, तो घबराएँ नहीं, बस कुछ बातों का ध्यान रखें।
सबसे पहली और सबसे ज़रूरी बात है: पिंपल को बिल्कुल भी न छुएं, न ही उसे फोड़ने की कोशिश करें! इसे भूलकर भी ज़बरदस्ती न दबाएँ। जैसा कि हमने ऊपर बताया, ऐसा करने से संक्रमण का ख़तरा बढ़ जाता है।
इसके बजाय, आप इन सुरक्षित और प्रभावी तरीकों को अपना सकते हैं:
वॉर्म कंप्रेस (गर्म सिंकाई): एक साफ़ कपड़े को गर्म पानी में भिगोकर पिंपल पर 10-15 मिनट के लिए हल्के से रखें। यह सूजन को कम करने और पिंपल को खुद से सूखने में मदद करेगा।
पिंपल पैच (Pimple Patches): यह एक बेहतरीन विकल्प है। ये छोटे स्टिकर्स पिंपल को बाहरी गंदगी से बचाते हैं और उसमें मौजूद मवाद (pus) को सोख लेते हैं।
स्पॉट ट्रीटमेंट: सैलिसिलिक एसिड (Salicylic Acid) या बेंज़ोयल पेरोक्साइड (Benzoyl Peroxide) वाले जेल या क्रीम का इस्तेमाल करें। ये पिंपल को सुखाने में मदद करते हैं।
हाथों को दूर रखें: यह सबसे मुश्किल, पर सबसे ज़रूरी काम है। जितना हो सके, पिंपल को छूने से बचें, ताकि बैक्टीरिया न फैलें।
याद रखें, धैर्य सबसे बड़ा उपाय है। इस जगह के पिंपल्स को ठीक होने में थोड़ा समय लग सकता है, लेकिन सुरक्षित तरीके अपनाना ही सबसे समझदारी है।
एक सच्ची घटना जिसने लोगों को डरा दिया

image credit: https://www.newsweek.com/urgent-care-after-popping-pimple-2114919 (Screentshot)
मिशिगन की रहने वाली 32 साल की अलीशा मोनाको के साथ हाल ही में कुछ ऐसा ही हुआ।
उन्होंने अपनी नाक के दाहिनी ओर एक पिंपल को फोड़ने की कोशिश की। यह जगह ‘Triangle of Death’ में आती है।
पिंपल को दबाते ही उन्हें अपने दाहिने कान में एक तेज़ आवाज़ सुनाई दी। कुछ घंटों बाद, उनके चेहरे पर असहनीय दर्द और सूजन शुरू हो गई।
घबराकर वह इमरजेंसी गईं, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि उन्होंने सही समय पर आकर सही कदम उठाया।
उन्हें एंटीबायोटिक्स और दूसरी दवाएं दी गईं, जिसके बाद तीन दिनों में उनकी सूजन पूरी तरह से ठीक हो गई।
अलीशा ने अपनी कहानी सोशल मीडिया पर शेयर करके लोगों को इस खतरे के बारे में जागरूक किया, और उनका वीडियो करोड़ों लोगों ने देखा।
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निष्कर्ष
पिंपल फोड़ने की ललक एक सामान्य आदत है, लेकिन ‘Triangle of Death’ जैसे संवेदनशील हिस्सों में यह एक बड़ा खतरा पैदा कर सकती है।
हालांकि गंभीर संक्रमण के मामले दुर्लभ हैं, पर जोखिम उठाना बुद्धिमानी नहीं है। याद रखें, अपनी त्वचा की देखभाल करना सबसे ज़रूरी है।
पिंपल को फोड़ने के बजाय, सुरक्षित और प्रभावी तरीकों को अपनाएं और अगर ज़रूरत हो तो किसी प्रोफेशनल की सलाह ज़रूर लें।
डिस्क्लेमर
यह ब्लॉग पोस्ट केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखी गई है और इसे किसी भी तरह से डॉक्टरी सलाह नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले पेशेवर डॉक्टरी सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है।
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