कभी नोटिस किया है? नींद खुलते ही पुरुषों को अक्सर “मॉर्निंग इरेक्शन” होता है।
पार्टनर को लगे → “ये तो अलार्म घड़ी से भी पंक्चुअल है।” ⏰😂
लेकिन ये आखिर होता क्यों है?
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असली वजह – नींद और हॉर्मोन का मेल
नींद के REM (Rapid Eye Movement) स्टेज में दिमाग़ बहुत एक्टिव रहता है।
इस दौरान शरीर में टेस्टोस्टेरोन लेवल सबसे ऊँचा होता है।
दिमाग़ नर्वस सिस्टम को “रिलैक्सेशन” सिग्नल देता है → ब्लड फ्लो बढ़ जाता है।
नतीजा → सुबह-सुबह लिंग खड़ा।
“Night Watchman” थ्योरी
मॉर्निंग इरेक्शन को मज़ाक में “नाइट वॉचमैन” भी कहा जाता है।
यह शरीर का तरीका है यह चेक करने का कि सबकुछ ठीक से काम कर रहा है या नहीं।
यानी ये सिर्फ़ सेक्सुअल एक्साइटमेंट का नहीं, बल्कि हेल्थ साइन भी है।
फ़नी सिचुएशन
अलार्म बजे या न बजे, “मॉर्निंग अलार्म” हमेशा ऑन। 😂
पार्टनर बोले → “वाह, ये तो सोलर एनर्जी से भी ज़्यादा रेगुलर है।” 🌞
भ्रांति का सच
कई लोग सोचते हैं कि “सुबह-सुबह खड़ा होना मतलब गंदे सपने आए।”
सच यह है कि यह ज़्यादातर REM नींद + टेस्टोस्टेरोन पीक का असर है, सपना इसका कारण नहीं।
✅ झटपट नतीजा
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REM नींद।
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टेस्टोस्टेरोन हाई।
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नतीजा → Morning Erection।
तीन आसान चरणों में “Morning Wood”
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नींद का गहरा स्टेज।
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ब्लड फ्लो और हॉर्मोनल एक्टिविटी।
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सुबह खड़ा हुआ।
नतीजा: Morning Erection नॉर्मल और हेल्दी है – यह शरीर का “फिटनेस टेस्ट” है, गंदे ख्यालों का नहीं।
छोटी सलाह
रोज़ाना मॉर्निंग इरेक्शन होना अच्छे ब्लड फ्लो और हेल्दी टेस्टोस्टेरोन का सिग्नल है।
अगर लंबे समय तक यह न हो तो डॉक्टर से चेकअप ज़रूरी है।