क्या आपने कभी महसूस किया है कि नींद आने से ठीक पहले अचानक आपका हाथ या पैर झटका खा जाता है?

कभी तो लगता है जैसे गिर रहे हों और डरकर आँख खुल जाती है।

इसे कहते हैं हिपनिक जर्क (Hypnic jerk) या नींद का झटका। आइए समझते हैं यह क्यों होता है।

A person lies in a dimly lit bedroom, their arm slightly blurred and raised, showing a sudden 'hipnic jerk' just before falling asleep, with a startled expression.

🔬 असली वजह – दिमाग़ की ग़लतफ़हमी

जब हम गहरी नींद में जाने लगते हैं, तो मांसपेशियाँ ढीली पड़ जाती हैं।

इस दौरान दिमाग़ कभी-कभी इसे गिरने का संकेत मान लेता है।

शरीर को बचाने के लिए दिमाग़ अचानक मांसपेशियों को झटका देने का आदेश देता है।

नतीजा → हाथ-पैर हिलना या पूरे शरीर का झटका।

😴 किन लोगों में ज़्यादा होता है?

ज़्यादा थके हुए या तनाव में रहने वालों में।

कैफ़ीन (चाय/कॉफ़ी) ज़्यादा लेने वालों में।

नींद की कमी होने पर।

🚫 भ्रांति का सच

बहुत लोग सोचते हैं कि नींद का झटका मतलब तंत्रिका रोग या दिल की बीमारी है। यह सच नहीं है।

👉 सामान्य हालत में यह पूरी तरह सुरक्षित और सामान्य है।

✅ झटपट नतीजा

  1. सोते समय मांसपेशियाँ ढीली पड़ती हैं।

  2. दिमाग़ इसे गिरना समझकर झटका देता है।

  3. यह सामान्य है, डरने की ज़रूरत नहीं।

🌀 तीन आसान चरणों में “नींद का झटका”

  1. नींद शुरू → मांसपेशियाँ ढीली।

  2. दिमाग़ को ग़लतफ़हमी → “गिर रहे हो!”

  3. शरीर हिला → झटका लगा।

नतीजा: यह सामान्य प्रक्रिया है और अक्सर बिना किसी बीमारी के होता है।

👉 छोटी सलाह:

सोने से पहले मोबाइल-टीवी से दूरी रखें।

कैफ़ीन और तनाव कम करें।

नियमित नींद लें, तो झटके कम होंगे।